रांची: राज्य में जलापूर्ति से संबंधित जलाशयों में 2013 में पानी का जल स्तर पिछले वर्ष की तुलना में कम है. सबसे खराब स्थिति राजधानी के रूक्का डैम की है. इस वर्ष डैम में 11 फीट कम पानी है. पेयजल और स्वच्छता विभाग की मानें, तो यह स्थिति रहने पर आनेवाले दिनों में रूक्का डैम से पानी की राशनिंग की जा सकती है.
डैम से राजधानी के 4.50 लाख से अधिक की आबादी को पानी की प्रतिदिन आपूर्ति की जाती है. डैम में मात्र 13.4 फीट पानी ही जमा है, जो चिंता का विषय है. वहीं चतरा जिले के हिरु डैम में ही पिछले वर्ष की तुलना में अधिक पानी है.
अन्य जलाशयों में बारिश का पानी संग्रहित नहीं होने से समस्याएं उत्पन्न हो रही है. आनेवाले दिनों में जमशेदपुर, हजारीबाग, गिरिडीह, झुमरी तिलैया और दुमका शहर में पीने के पानी की आपूर्ति में दिक्कतें हो सकती हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी माना है कि राज्य में सूखे जैसी स्थिति है. अन्य जिलों में धनबाद, जमशेदपुर, हजारीबाग, तिलैया, दुमका, गिरिडीह और चतरा में विभाग के जलाशयों में जल संग्रहण की स्थिति का आकलन किया जा रहा है. जमशेदपुर के सीतारामपुर डैम में पांच फीट पानी कम है. वहीं, मैथन डैम में 7.4 फीट, तिलैया डैम में 18 फीट, पंचेत हिल में आठ फीट, हजारीबाग के छड़वा में छह फीट पानी कम है.