रांची: जगन्नाथपुर पुलिस ने चोरी के एक मामले में जिस जयमंगल उरांव की गिरफ्तारी के लिए पांच बार छापेमारी की, उसकी मौत 2010 को ही हो चुकी है. एक वरीय अधिकारी कहते हैं : इससे साफ जाहिर होता है कि पुलिस ने बगैर छानबीन किये केस डायरी बना दी.
व्यवसायी चंद्रकांत गोपालका के बयान के आधार पर चोरी के आरोप में जगन्नाथपुर थाना में कांड 17 नवंबर 2012 को प्राथमिकी दर्ज हुई थी. जिसमें स्टेशन रोड स्थित घर से चोरी करने का आरोप जय मंगल उरांव, पूनम तिर्की, मन्नु उरांव और डाले उरांव पर लगाया गया था. केस के अनुसंधान की जिम्मेवारी जमादार जितेंद्र सिंह को मिली थी.