रांची: कृषि ग्राम विकास केंद्र (केजीवीके) के उपाध्यक्ष बीके झवर ने कहा कि व्यावहारिकता के ज्ञान के माध्यम से जीवन में बदलाव लाना संभव है. बच्चों की क्षमता और कमजोरियों का पता लगा कर शिक्षक उनकी प्रतिभा निखारें.
श्री झवर केजीवीके के शिक्षा विभाग द्वारा संपूर्ण शिक्षा प्रबंधन (टीइएम) के तहत नौ अगस्त को आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे. इस अवसर पर प्रीति कुमार ने कहा कि केजीवीके का टोटल एडुकेशन मॉडल बच्चों के चतुर्दिक विकास में सहायक है. अगर समय-सीमा के अंदर बच्चों के गुण निखारे जायें, तो बेहतर परिणाम मिल सकते हैं.
कार्यशाला में केजीवीके के गुरुकुल स्कूल रूक्का और टाटीसिलवे के बच्चों ने विभिन्न वैज्ञानिक मॉडल प्रदर्शित किये. साथ ही क्राफ्ट और बेकार पड़ी वस्तुओं से बनाये गये सामान की प्रदर्शनी भी लगायी. मॉडलों में जेसीबी, मैग्नेटिक क्र ेन, जूट के बैग, राखी, विंड मिल शामिल थे. कार्यशाला के दौरान चर्चा सत्र भी हुआ, जिसमें शिक्षकों ने विभिन्न विषयों से जुड़े मॉडल प्रस्तुत किये और अपनी राय से सभी को अवगत कराया. कार्यक्र म में केजीवीके के सचिव डॉ अरविंद सहाय ने शिक्षकों को सामाजिक परिवर्तन की दिशा में कार्य करने को कहा. कार्यक्र म में मैनेजर एडुकेशन प्रशांत तिवारी, डीएन मिश्र, किरण सिन्हा के अलावा गुरु कुल स्कूल की प्राचार्या, शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित थे.