रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि झारखंड सहकारी बैंक की शाखाओं में सरकारी विभागों का पैसा जमा होगा. इससे बैंक की आर्थिक स्थिति और पूंजीगत स्थिति सुदृढ़ होगी. उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य का अपना बैंक सहकारी बैंक होगा. उन्होंने राज्य की आम जनता से झारखंड सहकारी बैंक में खाता खोलने और अधिक से अधिक राशि जमा करने का आह्वान किया.
झारखंड राज्य सहकारी बैंक की हटिया शाखा का उदघाटन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बैंक से खाताधारकों को कर्ज लेने और अन्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेंगी. मुख्यमंत्री ने सहकारी बैंक के रूपे डेबिट कार्ड और माइक्रो एटीएम कार्ड का अनावरण भी किया.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर में गरीब और पिछड़े लोगों के लिए जन-धन योजना की शुरुआत की है. इसी योजना से झारखंड राज्य सहकारी बैंक की शाखाओं को जोड़ा जायेगा.
मुख्यमंत्री ने सभी सहकारी संस्थाओं को भी मजबूत करने की बातें कहीं. उन्होंने कहा कि बैंक के पांच हजार से अधिक बिजनेस कोरेसपोंडेंट्स को जन-धन योजना से जोड़ा जायेगा. राज्य भर में बिजनेस कोरेसपोंडेंट्स की संख्या 30 हजार तक पहुंचाने का निर्देश भी दिया.
550 नियुक्तियां की जायेंगी: अरुण
सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक सह योजना सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा कि रिजर्व बैंक की पहल पर झारखंड में बिष्टुपुर, गोलमुरी, टेल्को, हटिया और बोकारो शाखा की शुरुआत की गयी. रिजर्व बैंक ने अगस्त 2013 में झारखंड राज्य सहकारी बैंक को बैंकिंग लाइसेंस दिया. इसके बाद ही हटिया शाखा को सीबीएस प्लेटफॉर्म से जोड़ा गया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से सहकारी बैंक में 180 कर्मियों की नियुक्ति की गयी है. जल्द ही 550 और नियुक्तियां की जायेंगी. उन्होंने कहा कि झारखंड के पलामू, लातेहार और गढ़वा जिले में नये सहकारी बैंक की शाखा खोलने पर सरकार को पहल करने की जरूरत है. श्री सिंह ने कहा कि राज्य भर में 20 और शाखाएं खोली जायेंगी. कार्यक्रम में बैंक के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी डॉ प्रफुल्ल रंजन, विधायक संजीव सिंह, मेयर आशा लकड़ा और बैंक के महाप्रबंधक डीडी मिश्र भी मौजूद थे.