रांची: समाज में अपनी छवि बेहतर करने के लिए पुलिस की ओर से राज्य के अति उग्रवाद प्रभावित जिलों में बेरोजगार युवक-युवतियों को प्रशिक्षण दिया जायेगा. इसमें उन जिलों को शामिल किया गया है, जहां सिक्यूरिटी रिलेडेट एक्सपेंडीचर (एसआरइ )की राशि से विभिन्न तरह की योजनाएं चलायी जाती हैं. इस योजना के तहत कंप्यूटर की जानकारी, ड्राइविंग और अन्य व्यावसायिक प्रशिक्षण दिये जायेंगे. बेरोजगार युवक- युवतियों को रोजगार व नौकरी दिलाने में मदद करना ही इस प्रशिक्षण का मूल उद्देश्य है.
राज्यपाल के पूर्व सलाहकार आनंद शंकर ने 11 जुलाई को इससे संबंधित प्रस्ताव तैयार कर डीजीपी राजीव कुमार के पास भेजा था. डीजीपी ने क्रियान्वयन का आदेश जारी कर दिया है. इसकी रिपोर्ट सभी आइजी और डीआइजी रैंक के पुलिस अधिकारियों के पास भेज दी गयी है.
इसके लिए अलग से फंड होगा. छुट्टी के दिनों में पुलिस की बैंड पार्टी सार्वजनिक स्थलों पर अपने बैंड का प्रदर्शन करेगी. इससे प्राप्त धन को सामाजिक कार्यो पर खर्च किया जायेगा.
एसआरइ अंतर्गत जिले
बोकारो, चतरा, धनबाद, पूर्वी सिंहभूम, गढ़वा, गिरिडीह, गुमला, हजारीबाग, कोडरमा, लातेहार, लोहरदगा, पलामू, रांची, सिमडेगा, सरायकेला खरसावां, पश्चिमी सिंहभूम, खूंटी, रामगढ़, दुमका, देवघर और पाकुड़.