रांची: निगरानी ब्यूरो ने राज्य के विभिन्न जिलों में हुए 20 करोड़ के कुआं घोटाले के संबंध में हजारीबाग बीडीओ की ओर से दिये गये रिपोर्ट में अंतर पाया है. रिपोर्ट हजारीबाग जिला में बने 61 कुओं के संबंध में है. इसमें एक ही कुआं को पहले 20 फीट व्यास का बताया गया है, जबकि दूसरी रिपोर्ट में व्यास 12 फीट बताया गया है. बीडीओ की इस रिपोर्ट में इस अंतर की जानकारी निगरानी को तब हुई को तब मिली, जब कृषि अधिकारी अनिल कुमार ने मामले की जानकारी निगरानी ब्यूरो के अफसरों को दी.
कृषि अधिकारियों ने निगरानी को यह भी बताया कि जिस लाभुक को कुआं नहीं मिलने की बात बतायी गयी है, उसे कुआं मिल चुका है. इस संबंध में शपथ पत्र भी दिया गया है. इस मामले को निगरानी के अफसरों ने गंभीरता से लिया है. उनके अनुसार बीडीओ की रिपोर्ट के आधार पर ही कृषि विभाग के अधिकारी राजेश प्रसाद सिंह, अनिल कुमार, अजेश्वर प्रसाद सिंह, अंजनी, पीयूष कुजूर, अरुण कुमार, अनिरुद्ध कुमार, भवेश नारायण ठाकुर, दिनेश प्रसाद पर कुआं निर्माण की गड़बड़ी में शामिल होने का आरोप लगाया गया है.
इस मामले की जांच के लिए निगरानी ब्यूरो अलग से टीम गठित करेगी. उल्लेखनीय है राज्य के विभिन्न प्रखंडों में करीब 931 कुओं का निर्माण वर्ष 2003 से 2009 के बीच हुआ है. इस गड़बड़ी के संबंध में निगरानी ने विभिन्न प्रखंडों में पदस्थापित बीडीओ से रिपोर्ट मांगी थी. रिपोर्ट में कुआं निर्माण के संबंध में गड़बड़ी किये जाने की पुष्टि हुई. इसे आधार मान कर निगरानी ने उक्त कृषि अधिकारियों पर कार्रवाई शुरू की है.