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खत्म नहीं हो रही दर्शकों की परेशानी, मनमाना पैकेज थोप रहीं केबल कंपनियां
रांची: राजधानी में केबल कंपनियों की मनमानी से आम उपभोक्ता परेशान हैं. कंपनियों द्वारा पहले तो बिना सूचना प्रमुख चैनल बंद कर दिये गये हैं. अब मनमाने दर वाले पैकेज भी लोगों पर थोपे जा रहे हैं. सारे प्रमुख चैनलों को देखने के लिए अब लोगों को हर माह 340 रुपये प्रतिमाह तक खर्च करने […]
रांची: राजधानी में केबल कंपनियों की मनमानी से आम उपभोक्ता परेशान हैं. कंपनियों द्वारा पहले तो बिना सूचना प्रमुख चैनल बंद कर दिये गये हैं. अब मनमाने दर वाले पैकेज भी लोगों पर थोपे जा रहे हैं. सारे प्रमुख चैनलों को देखने के लिए अब लोगों को हर माह 340 रुपये प्रतिमाह तक खर्च करने पड़ेंगे. जबकि पहले लोग 150-200 रुपये में ये चैनल देख पा रहे थे.
कंपनियों ने एका-एक शुल्क दोगुनी कर दी है. इससे केबल टीवी उपभोक्ता परेशान हैं. 150-200 रुपये के पैकेज में अब ज्यादातर चैनलों को हटा दिया गया है. केबल कंपनियां भी डीटीएच की राह पर चलते हुए महंगे पैकेज पेश करने में लग गयी हैं. रांची में केबल सेवा देनेवाली तीन कंपनी मंथन, डेन व जीटीपीएल झारखंड से बाहर की कंपनियां हैं. इन्होंने मेट्रो शहरों की तर्ज पर ही पैकेज पेश किया है.
मल्टीपल कनेक्शन पर रियायत नहीं
राजधानी में केबल ऑपरेटरों द्वारा उपभोक्ताओं को अभी भी सही तरीके से सूचना नहीं दी जा रही है. कंपनियों की वेबसाइट पर भी रांची के पैकेज का जिक्र नहीं है. किस पैकेज में कौन से चैनल देखने को मिलेंगे, ये भी नहीं बताया जा रहा है. इसके अलावा मल्टीपल कनेक्शन (एक से ज्यादा) पर भी कोई छूट नहीं दी जा रही है. कहा जा रहा है कि अभी ऐसा कोई सिस्टम नहीं है. जबकि डीटीएच कंपनियों द्वारा एक से ज्यादा कनेक्शन लेने पर अगले तीन कनेक्शन तक छूट मिलती है.
वादे जो पूरे नहीं किये गये
केबल ऑपरेटरों द्वारा एनालॉग से डिजिटल कनेक्शन करने के समय बताया गया था कि ग्राहकों को कई फायदे होंगे. इसमें डीटीएच कनेक्शन की ही तरह पैकेज सिस्टम होगा. ग्राहक जो चैनल देखना चाहेंगे, उतने के लिए ही पैसे चुकाने होंगे. एचडी चैनल भी शुरू किये जायेंगे. शिकायत के लिए टॉल फ्री नंबर होगा. कनेक्शन खराब होने पर 12 घंटे में इसे ठीक कर दिया जायेगा. लेकिन इनमें से कोई भी चीज अभी लागू नहीं की गयी है. दर्शकों को दो-ढ़ाई सौ चैनल दिये तो जा रहे हैं, लेकिन इनमें से 80 प्रतिशत चैनलों का दर्शकों के लिए कोई उपयोग नहीं है. इसी तरह एचडी चैनल तो दूर अभी तक स्टीरियो चैनल भी नहीं है.
डीटीएच लगवाने पर विचार
राजधानी के ज्यादातर ग्राहक केबल टीवी कंपनियों की धांधली से परेशान होकर डीटीएच सर्विस की ओर जाने का मन बना रहे हैं. कडरू निवासी सलील श्रीवास्तव ने कहा कि बताया गया था कि केबल पर डीटीएच से सस्ती दर पर चैनल दिखाये जायेंगे. लेकिन ऐसा नहीं है. रातू रोड के गणेश विश्वकर्मा ने कहा कि डीटीएच की तरह केबल टीवीवाले सेवा नहीं देते हैं. कई बार गड़बड़ी होने पर दो-दो दिन तक केबल गायब रहता है.
प्रशासन को मतलब नहीं
एक ओर राजधानी के आम उपभोक्ता बाहर से आयी केबल कंपनियों की मनमानी से परेशान हैं, वहीं स्थानीय प्रशासन को इससे कोई मतलब नहीं है. पिछले दिनों रांची के एसडीओ अमित कुमार ने कहा था कि शिकायत मिलने पर केबल कंपनियों पर कार्रवाई की जायेगी. इसके अलावा चैनल बंद नहीं करने का भी निर्देश दिया था. निर्देश के बाद भी एक दिन के लिए राजधानी में केबल टीवी का प्रसारण भी बंद किया गया था. इसके बाद भी प्रशासन के द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया. केबल टीवी के नियामक ट्राई ने स्थानीय प्रशासन को इससे संबंधित कई अधिकार दिये हैं. पर प्रशासन इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. न तो केबल कंपनियों और न ही स्थानीय ऑपरेटरों से बात कर समस्या सुलझाने के लिए कई बैठक की गयी है. यहां केबल कंपनियों द्वारा अब तक आधारभूत संरचना तैयार नहीं किया गया है.
क्रिकेट प्रेमी हैं निराश
राजधानी की केबल कंपनियों की मनमानी से क्रिकेट प्रेमी निराश हैं. रविवार से आस्ट्रेलिया में ट्राई सीरीज में भारत का मैच शुरू हो रहा है. अगले माह से विश्वकप क्रिकेट है. लेकिन इसे प्रसारित करनेवाले चैनल को काट दिया गया है. लोग अतिरिक्त पैसे देकर इन चैनलों को देखने के लिए बाध्य हैं.
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