पिठोरिया: पिठोरिया थाने के समीप मंगलवार की शाम लगभग 6.15 बजे जुआ खेल रहे धाधू साव और मुश्ताक अंसारी की गोली मार कर हत्या कर दी गयी. हत्या की घटना को अंजाम तीन अपराधियों ने दिया. घटना थाने से महज 300 मीटर की दूरी पर घटी. गोली की आवाज सुनने के बाद भी वहां पुलिस काफी देर बाद पहुंची.
बाद में मृतकों के परिजन व ग्रामीण भी थाना पहुंचे और अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पिठोरिया-पतरातू मार्ग को रात करीब 9.30 बजे तक जाम रखा. बाद में पुलिस ने अपराधियों की तलाश में छापेमारी शुरू की. इधर, घटना की जानकारी मिलने पर डीआइजी प्रवीण कुमार और एसएसपी प्रभात कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाया. एसएसपी ने कहा कि हत्या में दो लोगों का नाम सामने आया है. दोनों अलग-अलग गुट के हैं.
बाद में शव का देर रात रिम्स में डीसी के निर्देश पर पोस्टमार्टम हुआ. एसएसपी ने कहा कि मामले में जांच रिपोर्ट डीएसपी से मांगी गयी है. यदि जुआ खेलाये जाने की जानकारी पुलिस को नहीं थी, तो यह और भी गंभीर बात है. चूंकि घटना थाने के पास हुई है, ऐसी स्थिति में भी पिठोरिया पुलिस पर निश्चित कार्रवाई होगी.
तीन अपराधियों ने की फायरिंग
धाधू साव पिठोरिया किसान चौक का, जबकि मुस्ताक अंसारी कोकदोरो गांव का रहनेवाला था. दोनों थाने की बाउंड्री से सटे मैदान में बैठ कर जुआ खेल रहे थे. बताया जाता है कि जुआ खेलने वालों की संख्या आठ के करीब थी. इसी दौरान तीन अपराधी हथियार लेकर वहां पहुंचे और फायरिंग शुरू कर दी, जिससे घटनास्थल पर ही दोनों की मौत हो गयी. घटना के बाद अपराधी वहां से भाग निकले. स्थानीय लोगों के अनुसार घटना की वजह जुए को लेकर उठा विवाद है. वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों का कहना था कि दोनों जुआ खेलवाने के साथ-साथ जमीन कारोबार से भी जुड़े थे. स्थानीय लोगों को आशंका है कि दोनों की हत्या के पीछे जमीन विवाद भी हो सकता है. पुलिस ने दोनों बिंदुओं पर जांच शुरू कर दी है.
पुलिस को रोजाना मिलते हैं 3200 रुपये
हत्या के विरोध में थाना पहुंचे लोगों का कहना था कि पुलिस की जानकारी में जुआ का अड्डा चलता था. आरोप यह भी है कि जुआ के एवज में पुलिस रोजाना 3200 रुपये वसूलती थी. पुलिस की ओर से जुआरियों को खुली छूट मिली हुई थी. स्थानीय लोगों के अनुसार यदि पुलिस पहले से जुआ बंद करवा देती तो, हत्या की यह घटना नहीं होती. इधर, एसएसपी के अनुसार हत्या की वजह जुआ के रुपये को लेकर विवाद है. स्थानीय पुलिस पर जो आरोप हैं, उसकी भी जांच की जायेगी. जांच में दोषी पाये जाने पर कार्रवाई होगी.
थाने के किसी पुलिस पदाधिकारी को जुआ खेलाने के संबंध में जानकारी पहले से नहीं थी. पुलिस अपराधियों की तलाश में छापेमारी कर रही है.
एनके दास, थाना प्रभारी, पिठोरिया
ग्रामीण क्षेत्रों में चलता है पुलिस के संरक्षण में जुआ
रांची: पिठोरिया में दो लोगों की हत्या के बाद यह साफ हो गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस के संरक्षण में जुए का अड्डा चलता है. शहरी क्षेत्र में जुआ बंद होने के बाद ग्रामीण इलाकों में जुआ शुरू हो गया है. जुआ खेलने वाले धुर्वा के बदले पिठोरिया पहुंचने लगे. पिठोरिया के ग्रामीणों का आरोप है कि यहां थाने की जानकारी में जुए का अड्डा चलता है. सूचना के मुताबिक पिठोरिया की तरह नगड़ी और रातू थाना क्षेत्र में भी जुए का अड्डा शुरू हो गया है.
जुए को लेकर हुई थी पार्षद की हत्या
धुर्वा क्षेत्र में पार्षद रत्नेश कुमार की हत्या भी जुआ का विरोध करने के कारण हुई थी. हत्याकांड के बाद धुर्वा क्षेत्र में चलनेवाला जुए का सबसे बड़ा अड्डा बंद हो गया है. यहां अड्डे को चलाने वाले व्यक्ति ने ही नगड़ी में जुए का अड्डा शुरू किया है.