इस दौरान 10-12 की संख्या में पहुंचे उग्रवादियों ने क्रशर के मुंशी संतोष कुमार राय और रात्रि प्रहरी जीवन बेदिया को कब्जे में ले लिया और मोबाइल छीन लिया. यह क्रशर ऋषि कुमार सिंह का है. इस दौरान उग्रवादी बगल के दो क्रशर में भी पहुंचे और मशीन की बेल्ट काट दी. उग्रवादियों ने इस दौरान वहां एक मकान की दीवार पर स्वर्णरेखा नदी में अवैध खनन बंद करो लिखा.
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सिकिदिरी. दो क्रशरों पर उग्रवादियों ने किया हमला तीन ट्रैक्टर फूंके, चेतावनी
सिकिदिरी: थाना क्षेत्र के जलिमा गांव में सोमवार की देर रात वन देवी स्टोन नामक दो क्रशर में हथियारों से लैस उग्रवादियों ने धावा बोला और वहां खड़े तीन ट्रैक्टरों को आग के हवाले कर दिया. इस दौरान 10-12 की संख्या में पहुंचे उग्रवादियों ने क्रशर के मुंशी संतोष कुमार राय और रात्रि प्रहरी जीवन […]
सिकिदिरी: थाना क्षेत्र के जलिमा गांव में सोमवार की देर रात वन देवी स्टोन नामक दो क्रशर में हथियारों से लैस उग्रवादियों ने धावा बोला और वहां खड़े तीन ट्रैक्टरों को आग के हवाले कर दिया.
निवेदक में जोनल कमेटी पंचपरगना लिखा हुआ था. बाद में सभी उग्रवादी वहां से चले गये. जलाये गये तीनों ट्रैक्टर क्रशर संचालक, रामटहल महतो, राजकुमार सिंह और ऋषि कुमार सिंह के हैं. उग्रवादियों के जाने के बाद मुंशी व रात्रि प्रहरी बगल के गांव पहुंचे और ग्रामीणों को घटना की जानकारी दी. बाद में उसकी सूचना पुलिस व क्रशर संचालकों को दी गयी. सूचना मिलते ही लगभग करीब ढाई बजे सिकिदिरी थानेदार लक्ष्मण सिंह सदल बल वहां पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. इस संबंध में मुंशी के बयान पर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
संचालकों को काम बंद करने की दी चेतावनी
बताया जाता है कि उग्रवादियों ने घटना को अंजाम देने के बाद तीन क्रशर संचालकों के नाम तीन बंद लिफाफा मुंशी को थमाया. लिफाफे में मुन्ना सिंह, गोविंदा जी व गुप्ता जी, गेतलसूद लिखा हुआ था. पुलिस के अनुसार लिफाफे के अंदर सादा कागज था. जबकि क्रशर संचालकों के अनुसार लिफाफा में एक पत्र और एक अखबार में प्रकाशित खबर का कतरन था. पत्र में लिखा है: हाइकोर्ट के निर्देश के बाद भी तुम लोग स्थानीय पुलिस व वन विभाग की मिलीभगत से अवैध क्रशर चला रहे हो. क्रशर बंद करो, नहीं तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहो. इस घटना के बाद क्रशर संचालकों में दहशत का माहौल है. इधर सूचना मिलने पर सिल्ली डीएसपी अनिल शंकर भी घटनास्थल पर पहुंचे. थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह के अनुसार प्रथम दृष्टया इस घटना के पीछे असामाजिक तत्वों का हाथ लगता है.
वरदी में थे उग्रवादी
मुंशी के अनुसार रात लगभग एक बजे 10 से 12 की संख्या में हथियार बंद लोग पहुंचे थे. सभी लोग वरदी में थे. आते ही उन्होंने सबसे पहले मोबाइल छीना. वहीं रात्रि प्रहरी जीवन बेदिया की आंखों में पटी बांध दी. उग्रवादियों ने ट्रैक्टरों की पाइप काट कर वहां से डीजल निकाला. उसके बाद ट्रैक्टरों में आग लगा दी.
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