रांची: सीबीआई ने जेएसएमडीसी को आवंटित तीन कोल ब्लॉक पतरातू, राबोद व पिंड्रादेवीपुर से संबंधित सारे कागजात की मांग की है. गौरतलब है कि कोलगेट स्कैम में सीबीआइ सारे कोल ब्लॉक की जांच कर रही है. इन तीनों कोल ब्लॉक के ज्वाइंट वेंचर की सूचना मिलने पर सीबीआइ ने निविदा और चयनित कंपनियों से संबंधित दस्तावेज की मांग की है. तीनों कोल ब्लॉक का आवंटन भी केंद्र सरकार ने रद्द कर दिया था. जिसके खिलाफ निगम ने हाइकोर्ट में याचिका दायर की थी. फैसला निगम के पक्ष में आया. हालांकि अभी तक केंद्र ने अपना फैसला वापस नहीं लिया है.
तीनों कोल ब्लॉक के ज्वाइंट वेंचर की प्रक्रिया पूरी : जेएसएमडीसी द्वारा तीनों कोल ब्लॉक के लिए ज्वाइंट वेंचर की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. सीबीआइ की जांच के कारण अब आगे की कार्रवाई नहीं हो रही है. जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड का राबोद कोल ब्लॉक के लिए ज्वाइंट वेंचर करने का प्रस्ताव है. यह कंपनी 6.25 बिलियन रुपये का निवेश कर 2.5 मिलियन टन सालाना कोयले का उत्पादन करेगी.
आधुनिक ग्रुप की अनुसंगी कंपनी ओड़िशा मैंगनीज एंड मिनरल को पतरातू के लिए ज्वाइंट वेंचर का प्रस्ताव है. यह कंपनी तीन बिलियन रुपये का निवेश कर 0.8 मिलियन टन कोयले का सालाना उत्पादन करेगी. पिंड्रा देवीपुर ब्लॉक के लिए एएमआर कोस्टल लिमिटेड का ज्वाइंट वेंचर काप्रस्ताव है.यह कंपनी 2.50 बिलियन रुपये का निवेश कर 0.3 मिलियन टन कोयले का सालाना उत्पादन करेगी.