रांची: जिला शिक्षा अधीक्षक फरहाना खातून ने मृत अफसर के नाम पर भी पैसे दिये. वह आदतन कानून तोड़नेवाली अधिकारी हैं. राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग को भेजे गये अपने जवाब में मुख्य सचिव आरएस शर्मा ने अन्य अनियमितताओं के साथ यह टिप्पणी की है. फरहाना खातून ने अल्पसंख्यक आयोग से यह शिकायत की थी कि सरकार दुर्भावना से प्रेरित होकर उन्हें परेशान कर रही है और उन पर गलत आरोप लगा कर कार्रवाई की बात कह रही है.
इस मद्देनजर आयोग ने मुख्य सचिव को जवाब देने का निर्देश दिया था. मुख्य सचिव ने आयोग को भेजे अपने जवाब में कहा है कि फरहाना खातून ने गोड्डा में अपने पदस्थापन के अलावा लोहरदगा में भी पदस्थापन के दौरान वित्तीय अनियमितताएं बरती हैं.
लोहरदगा में पूर्व पदस्थापन के दौरान फरहाना खातून पर गलत तरीके से राशि की निकासी करने, बजट में प्रावधान नहीं होने के बावजूद स्वयंसेवी संस्था (एनजीओ) को 13.72 लाख रुपये का भुगतान करने के आरोप लगे. फरजी दस्तखत के आधार पर दो व्यक्तियों को 32 हजार रुपये का भुगतान करने और एक मृत प्रोजेक्ट ऑफिसर के नाम पर भुगतान करने का आरोप लगा. फरहाना खातून उन सभी अधिकारियों के विरुद्ध निराधार आरोप लगा रही हैं, जिन अधिकारियों ने या तो उनके विरुद्ध लगे आरोपों की जांच की है या फिर कार्रवाई की अनुशंसा की है.