रांची: विधानसभा अध्यक्ष सीपी सिंह मंगलवार को विधानसभा स्थित अपने कार्यालय में गये. 18 जुलाई को होनेवाले विश्वासमत सत्र की तैयारियों का उन्होंने जायजा लिया. सीपी सिंह ने अभी तक विधानसभा अध्यक्ष के पद से इस्तीफा नहीं दिया है. इस्तीफा देने के निर्णय भाजपा ने श्री सिंह की मरजी पर छोड़ दिया है.अपने कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए श्री सिंह ने कहा : मुझे इस्तीफा देना चाहिए या नहीं देना चाहिए, इसके लिए 48 घंटे का समय शेष है. इस समय मैं यहां पर स्पीकर पद की हैसियत से आया हूं.
बुधवार को मैं विधानसभा के अधिकारियों के साथ फ्लोर टेस्ट की तैयारियों के संबंध में समीक्षा करूंगा. स्पीकर पद पर रहते हुए मैंने कभी पक्षपात नहीं किया है. इस पद की गरिमा को मैं बरकार रखूंगा. गौरतलब है कि स्पीकर के इस्तीफा न देने की वजह से झामुमो की परेशानी बढ़ी हुई है.
झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य इसे संवैधानिक धृष्टता बता रहे हैं. वहीं भाजपा की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री अजरुन मुंडा का कहना है कि लोकसभा में सोमनाथ चटर्जी ने भी इस्तीफा नहीं दिया था. फिर भी सदन चलता रहा. स्पीकर अपना निर्णय लेने के लिए सक्षम है. पार्टी की ओर से उनके ऊपर कोई दबाव नहीं है. वैसे भी स्पीकर निष्पक्ष होकर काम करता है.