रांची: जेइइ-मेंस की रैंकिंग के जरिये इन दिनों विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रोविजनल एडमिशन चल रहा है. इस रैकिंग से देश भर के एनआइटी, आइआइआइटी के अलावा केंद्र व राज्य सरकारों से सहायता प्राप्त इंजीनियरिंग कॉलेजों सहित बेहतर निजी संस्थानों में फाइनल एडमिशन होना है.
दो चरणों के सीट आवंटन व काउंसेलिंग के बाद नामांकन की अंतिम सूची 19 जुलाई की शाम जारी होगी. इसी दिन सुबह से (उनके लिए जिन्हें पहली पसंद का संस्थान व कोर्स मिल गये हैं) नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जायेगी, जो 22 जुलाई तक चलेगी.
परेशानी की वजह यह है कि यदि रांची में रहने वाले किसी स्टूडेंट को दूसरे राज्यों के एनआइटी या आइआइआइटी या अन्य संस्थान में उसकी पसंद के क्रमानुसार फाइनल सीट एलॉट की जाती है, तो उसके पास वहां जाकर एडमिशन लेने के लिए सिर्फ चार दिन (19-22 जुलाई) होंगे. रांची के किसी स्टूडेंट को एनआइटी वारंगल, त्रिची या अन्य किसी दूर दराज के कॉलेज में सीट मिली, तो रेलवे में आरक्षण भी नहीं मिल सकता. यानी किसी तरह वहां पहुंचना होगा. इसको लेकर अभिभावक व विद्यार्थी दोनों परेशान हैं.