रांची: जमीन अधिग्रहण के बिना ही सड़कों का काम शुरू कराया जा रहा है. इस कारण योजना फंस रही है. सड़क का काम अधूरे में ही रुक जा रहा है. ऐसी स्थिति में विभाग व ठेकेदार को परेशानी हो रही है. यह स्थिति राजधानी ही नहीं, बल्कि राज्य के अन्य जिलों की योजनाओं की है. इस कारण योजनाएं समय पर पूरी नहीं हो रही हैं. कहीं-कहीं तो जमीन मिल भी नहीं रही है. ऐसे में योजना एक-दो साल पीछे चली जा रही है. कुछ योजनाओं में जमीन के छोटे हिस्से नहीं अधिगृहीत होने के कारण पूरा कार्य ठप पड़ा है.
कहां-कहां हुआ है ऐसा
कटहल मोड़-अरगोड़ा चौक सड़क : इस सड़क का काम आधे से अधिक हो चुका है. लेकिन पुराना अरगोड़ा चौक से आगे तक की जमीन अभी तक विभाग को नहीं मिली है. इस वजह से इसका काम नहीं हो पा रहा है. योजना लटकी हुई है.
बोड़ेया-कांके मार्ग: इस मार्ग पर भी जमीन अधिग्रहण की जरूरत थी. काम तो शुरू करा दिया गया, पर जमीन का हस्तांतरण नहीं हुआ. अभी तक जमीन नहीं मिली है. इसका असर योजना के क्रियान्वयन पर हो रहा है. काम में विलंब हो रहा है.
करमटोली-ओरमांझी मार्ग : इसका भी काम शुरू करा दिया गया है. पर कई जगहों पर इसके लिए जमीन नहीं ली गयी है. जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है.
रांची-रामगढ़ मार्ग : इसका काम लगभग पूरा हो गया है, लेकिन अपोलो अस्पताल के आगे कुछ हिस्सों में जमीन नहीं मिली है. यहां भी सड़क बनाने में परेशानी हो रही है.
रिंग रोड फेज सात : इस सड़क पर भी यही स्थिति हुई थी. शुरू में ठीक से जमीन अधिग्रहण भी नहीं हुआ था और काम शुरू करा दिया गया. इसे लेकर ठेकेदार ने कई बार लिखा भी. जमीन नहीं मिलने की वजह से प्रोजेक्ट प्रभावित रहा. पहले तो ठेकेदार ने विलंब से काम शुरू किया. बाद में काम धीमा कर दिया.
पिठोरिया चौक से ठाकुरगांव तक : इस सड़क का भी यही हाल है. इसमें भी जमीन अधिग्रहण का मामला लटका हुआ है.