रांची: गोड्डा निवासी 95वर्षीय छेदी राम व उनकी पत्नी चमनी देवी (90) को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा दिलाने का आश्वासन दिया है. 30 अप्रैल को गोड्डा में इंडियन यूथ कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव दीपिका पांडेय सिंह ने छेदी राम व चमनी देवी को गोड्डा में राष्ट्रपति से मुलाकात करवा कर ज्ञापन भी सौंपा. श्री राम ने कहा कि उन्हें धन नहीं, बल्कि स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा चाहिए. राष्ट्रपति ने कहा कि अपने स्तर से वह पूरा प्रयास करेंगे कि उनको दर्जा मिले.
राष्ट्रपति को सौंपे ज्ञापन मे दीपिका पांडेय सिंह ने लिखा है कि नमक सत्याग्रह आंदोलन में श्री राम व उनकी पत्नी को दुमका जेल में डाल दिया गया था. पर इन्हें अब तक स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा नहीं मिला है. पांच नवंबर 2011 को दोनों राजभवन के समक्ष आमरण-अनशन पर बैठ गये थे. बाद में आश्वासन के बाद इन्होंने अनशन समाप्त किया. ये झारखंड के अंतिम आवेदक हैं. इनके जीवन की एक ही इच्छा है कि इन्हें स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा मिले.
गौरतलब है कि छेदीराम को तत्कालीन सरकार ने स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा दिलाने की सिफारिश करने की बात कही थी. उन्हें वृद्धा पेंशन देने की भी बात कही गयी थी. लेकिन बताया गया कि उन्हें पेंशन भी नियमित रूप से नहीं मिलता.