रांची:झारखंड में सरकार बनने से पहले राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कांग्रेस के सामने शर्त रख दी है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार लालू ने कांग्रेस से बिहार में साथ चुनाव लड़ने पर ही समर्थन देने की शर्त रखी है.
सरकार बनने से पहले लालू सीटों के बंटवारे पर कांग्रेस से वादा चाहते हैं. गौरतलब है कि पिछले चुनाव में कांग्रेस और राजद ने बिहार में अलग-अलग चुनाव लड़ा था. झारखंड में राजद के पास पांच विधायक हैं. राजद के विधायकों का समर्थन सरकार बनाने के लिए जरूरी है.
फिलहाल लालू सरकार गठन की मुहिम में कहीं नहीं है. सरकार बनाने से पहले राजद नेता लालू प्रसाद को भी मनाना होगा. राजद के विधायक भी बहुत उत्साहित नहीं है. राजद विधायकों को अपने सुप्रीमो का कोई संदेश नहीं मिला है. राजद विधायक दल की नेता अन्नपूर्णा देवी कहतीं हैं कि अभी लालू जी से इस मुद्दे पर किसी ने कोई बात नहीं की है. पार्टी के अंदर भी बात नहीं हुई.
श्रीमती अन्नपूर्णा ने यह जरूर कहा कि कांग्रेस के लोगों ने उनसे संपर्क करने की कोशिश की थी. विधायक जर्नादन पासवान से यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार में शमिल होंगे? उन्होंने कहा कि सरकार के संबंध में अब तक न तो आलाकमान को कोई निर्देश आया है और न हीं कांग्रेस और झामुमो की ओर से संपर्क किया गया.
कांग्रेस की जदयू से बढ़ी नजदीकी भी है परेशानी
बिहार से राजद की राजनीति की दशा-दिशा तय होती है. हाल के दिनों में जदयू की कांग्रेस से नजदीकी बढ़ी है. ऐसे में लालू अपने को दूर रख सकते हैं. कांग्रेस-जदयू के समीकरण में राजद की गोटी कहीं नहीं बैठती है.झारखंड में भी जदयू अगर कांग्रेस के साथ खड़ा हुआ, तो राजद दूर ही रहेगा. झारखंड में सरकार बनाने के लिए जदयू के दो विधायक (राजा पीटर, सुधा चौधरी ) के समर्थन की भी कोशिश हो रही है. ऐसे में राजद के साथ रिश्ते में खटास ही बढ़ेगी. राजद ने कोई कड़ा फैसला लिया, तो सरकार गठन के मुहिम पर ब्रेक भी लग सकता है.