रांची : एसेंबली ऑफ गॉड चर्च सर्वप्रथम 1914 में अमेरिका से छपरा में आया़ तब इसके कार्य का विस्तार बेतिया तक था़ वर्ष 1922 में इस चर्च का कार्य दरभंगा जिले के लहेरियासराय में भी शुरू हुआ़ झारखंड में इसके विस्तार में रेव्ह डीएस महाफे व उनकी धर्मपत्नी की अहम भूमिका रही. उन्होंने वर्ष 1927 में रांची जिले के चुटुपालू में एक मिशन स्टेशन खोला़.
इसके बाद 1938 में रामगढ़ व 1942 में जमशेदपुर में मिशन स्टेशन खोला गया़ रांची में रेव्ह जेम्स मॉडर उनकी धर्मपत्नी ग्रेस ने एक छोटा चर्च खोला़ पर वे यहां कुछ समय तक ही रहे. जब जाने लगे, तब इसे संभालने की जिम्मेवारी उन्होंने पास्टर शांति प्रकाश कच्छप को दी़ वर्ष 1960 में पास्टर मार्क बंटेन व उनकी पत्नी हुल्डा बंटेन रांची आये. उन्होंने रांची में एक गिरजाघर के निर्माण का निर्णय लिया़ इस गिरजाघर का उदघाटन 13 अप्रैल 1997 में हुआ़ डिस्ट्रिक्ट सुपरिंटेंडेंट पास्टर जॉन टोप्पो ने बताया कि झारख्ांड व बिहार में कुल 300 एजी चर्च हैं़ 31 स्कूल संचालित किये जा रहे हैं. इसके अतिरिक्त तीन हॉस्टल भी चलाये जा रहे हैं. सदस्यों की संख्या 20 हजार से अधिक है़ इनको बिहार के एजी चर्च रांची के तहत रखा गया है़