रांची: बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार, होटवार में जेल प्रशासन कैदियों को शिक्षित करने का हर संभव प्रयास कर रहा है. जेल प्रशासन ने कारागार के 83 कैदियों को बैचलर प्रिपरेटरी प्रोग्राम (बीपीपी) और बैचलर डिग्री प्रोग्राम (बीडीपी) के तहत उन्हें ग्रेजुएट कराने की पहल की है. कैदियों की परीक्षा इगAू के माध्यम से ली जायेगी. परीक्षा पास करने के बाद वे ग्रेजुएट हो जायेंगे. इन 83 कैदियों में 33 विचाराधीन, 50 आजीवन कारावास व सात 10 साल के सजायाफ्ता कैदी हैं.
बैचलर प्रिपरेटरी प्रोग्राम (बीपीपी) में कैदी ग्रेजुएशन से पहले की तैयारी कर रहे हैं. उल्लेखनीय है कि बीपीपी का सर्टिफिकेट इंटर के समकक्ष होता है. इसके बाद कैदी बैचलर डिग्री प्रोग्राम (बीडीपी) के लिए तैयार हो जाते हैं. बीपीपी की परीक्षा जून में होती है, जबकि बीडीपी की परीक्षा दिसंबर माह में ली जाती है. परीक्षा केंद्र होटवार जेल है. परीक्षा केंद्र के अधीक्षक जेल सुपरिटेंडेंट होते हैं. परीक्षा के दौरान इगAू से परीक्षक आकर कैदियों की परीक्षा लेते हैं.
वर्तमान में बीपीपी की परीक्षा चल रही है. इसमें दो पेपर की परीक्षा ली जाती है. जेल अधीक्षक डीके प्रधान ने बताया कि 30 कैदी दोनों प्रोग्राम में पढ़ाई के लिए तैयार हुए थे, लेकिन एक कैदी की जमानत हो गयी और फिर उससे संपर्क नहीं हो पाया इसलिए 29 कैदी ही इस परीक्षा के लिए बचे हैं. बीपीपी करने के बाद बीडीपी की तैयारी के लिए एक शिक्षिका कैदियों को शिक्षित भी कर रही है.