रांची: नसों में होनेवाली विभिन्न समस्याओं के कई कारण होते हैं. मुख्यत: चोट लगने या किसी तरह की बीमारी होने पर भी समस्या होती है. डायबिटीज, ऐसी बीमारी है, जो एक निश्चित समय के बाद नसों में समस्या खड़ी करती है. आमतौर पर नसों में झनझनाहट या दर्द की समस्याएं देखी जाती है. यह या तो बीमारी या फिर इंज्यूरी के कारण होती है. उक्त बातें ऑनलाइन हेल्थ काउंसेलिंग में रविवार को नस व हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ संजय कुमार जायसवाल ने कही. काउंसेलिंग के क्रम में उन्होंने पाठकों के सवालों के जवाब भी दिये.
स्पोटर्स इंज्यूरी में प्राइमरी ट्रीटमेंट आवश्यक : स्पोटर्स में इंज्यूरी का होना सामान्य है, पर इंज्यूरी होते ही आरंभिक उपचार नहीं किया गया, तो समस्या बढ़ सकती है. स्पोटर्स में तीन तरह की इंज्यूरी होती है. पहला बाहरी, इसमें चमड़े का छिल जाना आदि होता है. आमतौर पर सामान्य जांच के बाद दर्द की दवा, मरहम पट्टी कर परेशानी को कम किया जाता है.
दूसरी समस्या अंदरूनी होती है. यहां जांच के बाद इलाज किया जाता है. कई बार गरम पानी सेंक या बर्फ से सेंक करने की सलाह दी जाती है. इस तरह की समस्याओं में लिगामेंट में परेशानी होती है. तीसरी समस्या फ्रेर आदि की है. सूजन, दर्द आदि से समस्या स्पष्ट दिखती है. आमतौर पर अस्पताल पहुंच कर इलाज कराया जाता है, पर कई बार प्राइमरी इलाज भी आवश्यक होता है. शरीर में जहां समस्या हो वहां ज्यादा छेड़-छाड़ नहीं करना चाहिए. इसके बाद जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर से मिलें.
डॉक्टर का पता: डॉ संजय कुमार जायसवाल, ऑर्थोकेयर सेंटर न्यू कॉलोनी प्लाजा सिनेमा के सामने थड़पखना रांची. मो 9835164214