उत्तराखंड में फंसे लोगों की वापसी के लिए सजल चक्रवर्ती व कैप्टन सिन्हा की कोशिश रंग लायी
रांची : उत्तराखंड आपदा प्रभावितों की सहायता के लिए झारखंड से भेजे गये हेलीकॉप्टर को मौसम ने दगा दे दिया. गोचर के रास्ते ही झारखंड के हेलीकॉप्टर को मौसम खराब होने की वजह से लौटना पड़ा.
फिर भी बदरीनाथ में झारखंड के 15 लोगों की सूचना मिलने पर नागर विमानन सचिव सजल चक्रवर्ती व चीफ पायलट कैप्टन एसपी सिन्हा ने तत्काल दूसरे हेलीकॉप्टर के जरिये 10 लोगों को गुप्तकाशी से मंगवा लिया. वहां उनके रहने व खाने की व्यवस्था कर दी गयी है. अगले दिन इन्हें देहरादून लाया जायेगा. इनमें रांची, गुमला व बोकारो के लोग हैं.
श्री चक्रवर्ती ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि रांची व बोकारो के नौ व गुमला के छह लोग बदरीनाथ में फंसे हुए हैं. जिस डॉल्फिन हेलीकॉप्टर को लेकर वह गये हुए थे, उसी कंपनी से बात कर उनके दूसरे हेलीकॉप्टर से शनिवार को 10 लोग को गुप्तकाशी में लाया गया है. शेष पांच आदमी को रविवार को लाया जायेगा.
रविवार को इन सभी 15 लोगों को देहरादून लाया जायेगा. वह लगातार झारखंड के लोगों का पहले पता कर रहे हैं. उनके रेस्क्यू व रहने खाने का इंतजाम किया जा रहा है.
गौरीकुंड में फंसे हैं कई
गौरीकुंड में बड़ी संख्या में झारखंड के लोगों के फंसे होने की सूचना मिली है. नागर विमानन सचिव ने राज्य सरकार से दो अतिरिक्त हेलीकॉप्टर की मांग की है. झारखंड में एंटी नक्सल ऑपरेशन के लिए बीएसएफ के पास एमआइ 17 व ध्रुव के दो-दो हेलीकॉप्टर है. एमआइ-17 में 25 लोगों की क्षमता है. इधर, मुख्य सचिव आरएस शर्मा ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से हेलीकॉप्टर को उत्तराखंड भेजने की अनुमति मांगी है.