रांची : रातू थाना प्रभारी गिरीश अंबष्ट व आइओ आरबीएन सिंह ने चोरी के आरोपी धर्मपाल साहू (19 वर्ष) की 25 हजार रुपये नहीं देने पर तीन दिनों तक पिटाई की. बाद में इलाज के दौरान सोमवार को रिम्स में उसकी मौत हो गयी. पुलिस द्वारा पिटाई करने का आरोप मृतक के पिता शिव साहू ने लगाया है.
उन्होंने कहा कि चोरी के आरोप में धर्मपाल को 18 अक्तूबर को गिरफ्तार कर थाना लाया गया था और वहीं उसकी पिटाई की गयी. गंभीर रूप से घायल होने के बाद भी उसका इलाज नहीं करवाया गया. उसे बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा, होटवार भेज दिया गया. उन्होंने कहा कि उसे जेल अस्पताल में भरती कराया गया था. बाद में स्थिति में सुधार नहीं होने पर उसे (धर्मपाल साहू) 30 अक्तूबर को रिम्स के आइसीयू में डॉ जेके मित्र की देखरेख में भरती कराया गया था. 10 नवंबर की सुबह उसकी मौत हो गयी. मृतक के पिता ने आरोप लगाया है कि धर्मपाल 17 वर्ष का था, लेकिन उसे 19 वर्ष का बता कर जेल भेजा गया. धर्मपाल रातू के जीटी सेंटर में आठवीं कक्षा का छात्र था.
क्या है मामला : रातू के पावर हाउस निवासी मृतक के पिता शिव साहू ने बताया कि धर्मपाल साहू व उनके भतीजा विकास पर संडे बाजार निवासी एक व्यक्ति ने ट्रक का पुराना टायर चुराने का आरोप लगाते हुए 17 अक्तूबर को प्राथमिकी दर्ज करायी थी. 18 अक्तूबर को धर्मपाल साहू, उसके पिता शिव साहू, चचेरा भाई विकास व संजीत को थाना प्रभारी गिरीश अंबष्ठ के कहने पर आइओ आरबीएन सिंह ने गिरफ्तार किया था. सभी को हाजत में बंद कर दिया गया था. आरोप है कि धर्मपाल को हाजत से निकाल कर हाथ, मुक्का व लाठी-डंडा से पीटा गया.
चार की गिरफ्तारी : चोरी के आरोप में शिव गोप, पुत्र धर्मपाल साहू, भतीजा विकास व संजीत को गिरफ्तार किया गया था. परिजनों के मुताबिक सभी को छोड़ने के लिए 50 हजार रुपये की मांग की गयी थी. शिव साहू की पत्नी ने गहने बेच कर 25 हजार रुपये आइओ आरबीएन सिंह को दिये. उसके बाद शिव साहू व संजीत को छोड़ दिया गया. परिजनों ने कहा कि आइओ ने कहा था कि और 25 हजार रुपये देने पर थाना प्रभारी धर्मपाल साहू व विकास को भी छोड़ देंगे. लेकिन 25 हजार रुपये की व्यवस्था नहीं होने पर धर्मपाल को जेल, जबकि विकास को रिमांड होम भेज दिया गया था.