रांची: बरियातू स्थित आलम नर्सिग होम की छत (चार तल्ला) से गिर कर एक मरीज मंजीत कुमार सिंह (30 वर्ष) की मौत हो गयी. मरीज हजारीबाग के चौपारण स्थित सिंहरावा का रहनेवाला था. गंभीर स्थिति में बीमार होने के कारण उसे रिम्स से आलम नर्सिग होम में भरती कराया गया था. इधर, मरीज के परिजनों ने अस्पताल के चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बरियातू थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी है.
इधर, घटना को लेकर मंजीत के पिता परशुराम सिंह ने बताया कि मंजीत की तबीयत खराब थी. दो नवंबर को उसे रिम्स में भरती कराया गया था. पांच नवंबर की सुबह 11 बजे रिम्स के पीजी डॉक्टर ने सलाह दी कि मरीज की स्थिति गंभीर है. उसे किसी नर्सिग होम में भरती कराना होगा. उसके बाद उसे आलम नर्सिग होम में भरती कराया गया. परशुराम सिंह के अनुसार मंजीत की मां, पत्नी चांदनी सिंह व चाचा प्रद्युम्न सिंह सहित चार लोग उसके इलाज के लिए रांची पहुंचे थे. पांच अक्तूबर की रात 11 बजे आलम नर्सिग होम के चौकीदार ने कहा कि आइसीयू में मरीज के परिजनों के रुकने की व्यवस्था नहीं है. उसके बाद परिजन लॉज में चले गये.
परिजनों के अनुसार देर रात उन्हें अस्पताल से फोन आया कि मंजीत छत से गिर गया है. जब परिजन वहां पहुंचे, तो मंजीत गंभीरावस्था में स्ट्रेचर पर लेटा हुआ था. डॉ रेहान ने कहा कि अब इलाज यहां नहीं हो सकता, तुरंत रिम्स ले जायें और आलम नर्सिग होम से डिस्चार्ज कर दिया गया. मंजीत को रिम्स में भरती कराया. छह नवंबर की सुबह छह बजे उसकी मौत हो गयी. परिजनों ने आरोप लगाया कि मरीज की हत्या की गयी है. घटना को लेकर परिजनों में गुस्सा था. वहीं महिलाएं सदमें में थीं.
इलाज में कोई लापरवाही नहीं बरती गयी है. मरीज एचआइवी पॉजिटिव था. हो सकता है मानसिक स्थिति खराब होने के कारण रात में वह खिड़की खोल कर कूद गया हो. जानकारी मिलने के बाद हमने मरीज का प्राथमिक उपचार किया. एचआइवी का मरीज होने के कारण उसे रिम्स भेज दिया. रिम्स में उसकी मौत हुई है.
डॉ मजिद आलम, आलम नर्सिग होम के संचालक
प्रथम दृष्टया चिकित्सकों की लापरवाही से हुई मौत का मामला लगता है. परिजनों ने यदि हत्या का आरोप लगाया है, तो उसकी जांच पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने की बाद की जायेगी. परिजनों के आरोप के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.
विनोद कुमार, थाना प्रभारी बरियातू