रांची: राज्य में इंटरमीडिएट की पढ़ाई के लिए सिलेबस तो एक है, पर शिक्षकों की योग्यता अलग-अलग है. इंटर की पढ़ाई के लिए यहां पीजी पास शिक्षक से लेकर नेट व पीएचडी योग्यताधारी शिक्षक हैं. राज्य के अंगीभूत कॉलेजों के शिक्षक नेट पास व पीएचडी हैं. राज्य में इनकी नियुक्ति झारखंड लोक सेवा आयोग के माध्यम से होती है. 200 इंटर कॉलेजों में लगभग पांच हजार शिक्षक हैं. इनमें 4500 शिक्षक बीएड की अर्हता नहीं रखते.
सरकार ने शिक्षकों के वर्ष 2008 तक बीएड की डिग्री प्राप्त करने को कहा था. पीआरडी मीडिया फेलोशिप के तहत किये शोध में यह बात सामने आयी है कि राज्य में इंटरमीडिएट शिक्षकों की योग्यता एक सामान नहीं है. राज्य में इंटर का रिजल्ट लगातार खराब हो रहा है. इंटर साइंस में 50 फीसदी से अधिक विद्यार्थी फेल कर जाते हैं.
पीजी के आधार पर नियुक्ति
कुछ अंगीभूत कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई के लिए शिक्षकों की नियुक्ति अलग से की गयी है. कॉलेज में पीजी में 45 फीसदी अंक पर ही शिक्षकों की नियुक्ति की गयी है. कुछ कॉलेज में बीएड की डिग्री भी अनिवार्य किया गया है.