रांची: अनियमित बिजली से आम जनजीवन प्रभावित है ही, सर्वाधिक असर उद्योगों पर पड़ता है. उद्योगों के उत्पादन हाल के दिनों में प्रभावित हुए हैं. ग्रामीण इलाकों में किसानों के सब्जी उत्पादन पर असर पड़ा है. वहीं पेट्रोल पंपों में डीजल की बिक्री बढ़ी है. कारण साफ है राज्य भर में औसतन 10 से 15 घंटे बिजली मिलने पर आठ से 10 घंटे व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को जेनरेटर का सहारा लेना पड़ेगा, डीजल की खपत बढ़ेगी. राज्य भर में 18 हजार लघु उद्योग हैं.
करीब पांच हजार से अधिक क्रशर उद्योग हैं. इन सबके उत्पादन पर असर पड़ा है. आर्थिक क्षति उठानी पड़ रही है. वहीं अस्पतालों में भी असर पड़ा रहा है. दवा दुकानों में लाइफ सेविंग ड्रग व अन्य महत्वपूर्ण दवाइयां फ्रिज में रखनी पड़ती है. बिजली की अनियमित आपूर्ति से दवाओं के खराब होने का खतरा बना रहता है.
राज्य भर में रेस्त्रं, शॉपिंग मॉल व दुकानें पूरी तरह बिजली पर आश्रित हैं. इनके व्यवसाय पर असर पड़ रहा है. मोटर गैरेज, इलेक्ट्रोनिक्स मरम्मत की दुकानों पर भी असर पड़ रहा है. रांची व जमशेदपुर को छोड़ दें तो अन्य इलाकों में शाम के समय बिजली न के बराबर रहती है. इससे बच्चों की पढ़ाई पर भी असर पड़ा है . प्रभावित खबर ने हर क्षेत्र के लोगों से बात कर बिजली न रहने से पड़नेवाले असर को समझा है.