रांची: शुक्रवार को जमाई (दामाद) षष्ठी है. तैयारियां शुरू हो गयी हैं. ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी को बंगाली समुदाय में जमाई षष्ठी का पर्व मनाया जाता है.
इसे अरण्य षष्ठी भी कहा जाता है. अपने जमाई की लंबी उम्र व सुख समृद्धि के लिए सास उपवास करती हैं. मां षष्ठी की पूजा कर जमाई को आशीष देती हैं.
मां षष्ठी को मां दुर्गा का ही एक रूप माना जाता है. संतान सुख एवं उनकी सलामती के लिए मां षष्ठी की पूजा की जाती है. पंडित दिलीप मुखर्जी के अनुसार शुक्रवार को दिन के 11 बजे तक षष्ठी की पूजा की जा सकती है.