रांची: कोल इंडिया उत्पादन लक्ष्य से पीछे चल रही है. सीसीएल, बीसीसीएल व एमसीएल अपने उत्पादन लक्ष्य से आगे चल रहे हैं, जबकि इसीएल, एनसीएल, डबल्यूसीएल व एसइसीएल उत्पादन लक्ष्य से पीछे चल रहे हैं.
कोल इंडिया ने चालू वित्तीय वर्ष (अप्रैल 2014 से सितंबर 2015) में 220.11 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. इसकी तुलना में कंपनी ने 210.76 मिलियन टन कोयले का उत्पादन
किया है.
इधर, बीसीसीएल, सीसीएल व एमसीएल उत्पादन लक्ष्य से 105, 103 तथा 102 फीसदी आगे हैं. सबसे खराब स्थिति एनसीएल की है. इसका उत्पादन लक्ष्य 34.05 मिलियन टन है, जबकि 29.32 मिलियन टन ही उत्पादन हुआ है.
उठाव में सभी कंपनियां पीछे
कोल इंडिया की सभी कंपनियां कोयला उठाव में पीछे चल रही हैं. सितंबर माह में इसीएल का उठाव लक्ष्य से अधिक था, जबकि अन्य कंपनियां पीछे थीं. कोल इंडिया का सितंबर माह तक 246.02 मिलियन टन उठाव का लक्ष्य था. इसकी तुलना में 230.01 मिलियन टन उठाव ही हो पाया है. कोल इंडिया का सितंबर माह का उठाव का लक्ष्य 36.76 मिलियन टन था. इसकी तुलना में मात्र 35.12 मिलियन टन ही उठाव हो पाया है. उठाव के मामले में सीसीएल की स्थिति भी अच्छी नहीं है. सितंबर माह तक 27.27 मिलियन टन कोयले का उठाव करना था. इसकी तुलना में 25.09 मिलियन टन ही उठाव हो पाया.
सितंबर में इसीएल, बीसीसीएल, सीसीएल व एमसीएल आगे
सितंबर माह में इसीएल, बीसीसीएल, सीसीएल व एमसीएल उत्पादन लक्ष्य से आगे चल रहे हैं. इस माह में सीसीएल का उत्पादन बेहतर है. कंपनी का उत्पादन लक्ष्य 3.50 मिलियन टन था. इसकी तुलना में कंपनी ने 3.87 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया है. सितंबर में कोल इंडिया का कुल उत्पादन लक्ष्य 36.17 मिलियन टन था. इसकी तुलना में 34.88 मिलियन टन उत्पादन हुआ.