बिहार-झारखंड में नक्सलियों ने हमेशा से ही सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है. रेलवे हमेशा से ही उनका टारगेट रहा है. कभी रेलवे ट्रैक उडाकर आवागमन बाधित करना, तो कभी स्टेशन मास्टर को अगवा कर सरकार से अपनी मांगे मनवाने की कोशिश करना. लेकिन आज जमुई में जिस तरह का नक्सली हमला हुआ है, वह अपने तरह का पहला हमला है. खबर है कि 200 माओवादियों ने धनबाद-पटना इंटरसिटी को रोककर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. इस हमले में तीन लोगों की मौत हो गयी. रेलवे पर नक्सली हमले की कुछ प्रमुख घटनाओं का ब्यौरा:-
झाझा स्टेशन पर हमला
11 मार्च 2007
दिनदहाड़े सैकड़ों नक्सलियों ने झाझा स्टेशन स्थित जीआरपी थाने पर हमला करके दर्ज़नों रायफलें लूट ली थीं. हमले में एक पुलिसकर्मी की मौत भी हो गई थी.
13 अप्रैल 2008 : झाझा रेलवे स्टेशन पर माओवादी हमला
बिहार के झाझा रेलवे स्टेशन पर नक्सलियों ने हमला किया, जिसमें चार पुलिसकर्मियों समेत छह लोग मारे गए हैं. हमले में दस से ज़्यादा लोग घायल हुए.विद्रोहियों ने रेलवे स्टेशन पर स्थित राजकीय पुलिस थाने को निशाना बनाया और स्टेशन को चारों ओर से घेर लिया.
लगभग सौ की संख्या में नक्सलियों ने अचानक धावा बोल दिया. उन्होंने गोलियाँ चलाई और बम फेंके. इस हमले में एक सब इंस्पेक्टर, रेलवे पुलिस के दो जवान, विशेष सहायक बल (सैफ) के दो जवान और एक पार्सलकर्मी की मौत हो गई.
बिहार:3 रेलवे स्टेशनों पर नक्सली हमला
1 मार्च 2009
भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (माओवादी) के 100 से अधिक नक्सली ने मालदा रेल मंडल के किउल-भागलपुर रेलखंड के रतनपुर रेलवे स्टेशन पर वहां के सभी कर्मचारियों को बाहर निकालर रेलवे स्टेशन में आग लगा दी तथा जमकर तोड़फोड़ की. जिससे रेलवे स्टेशन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया.
उन्होंने इस दौरान मधुसूदन रेलवे स्टेशन पर भी धावा बोला परंतु वहां कुछ देर रहने के बाद नक्सली भाग खड़े हुए. नक्सलियों ने मधुसूदन रेलवे स्टेशन को कोई क्षति नहीं पहुंचाई.
नक्सलियों ने किउल-झाझा रेलखंड पर भलुई रेलवे स्टेशन पर रेल पटरी को निशाना बनाया. यहां 30 से 40 नक्सली पहुंचे और अप व डाउन दोनों रेल लाइनों को नक्सलियों ने विस्फोटक कर उड़ा दिया जिस कारण पटना-हावड़ा रेलमार्ग पर आवागमन ठप हो गया.
बिहार:नक्सलियों ने की रेलवे स्टेशन में आगजनी और तोड़-फोड़
15 जून 2011
बिहार के गया-पटना रेलखंड के नदौल रेलवे स्टेशन पर संदिग्ध नक्सलियों ने जमकर तोड़फोड़ की तथा उसे फूंक दिया. इस घटना में स्टेशन के सारे कागजात जल गये तथा रेलखंड पर करीब दो घंटे तक रेलगाडियों का परिचालन ठप रहा. करीब 50 से 60 की संख्या में नक्सलियों ने नदौल स्टेशन को अपने कब्जे में लिया था.
झारखंड:नक्सलियों ने रेल पटरी उड़ाई
4 दिसम्बर 2011
नक्सलियों ने दो स्थानों पर विस्फोट कर रेल पटरियां उड़ा दी और वाहनों को आग के हवाले कर दिया. नक्सलियों ने अपने नेता किशनजी के मारे जाने के विरोध में बंद का आयोजन किया था. नक्सलियों ने बोकारो जिले में डुमरी बिहार और गोमिया के बीच रेल पटरी उड़ाई, और बाद में लातेहर जिले में हेहेगरा और चिपादोहर स्टेशनों के बीच विस्फोट कर रेल पटरी उड़ा दी.
बिहारः रेलवे स्टेशन पर नक्सली हमला, मास्टर-कुली अगवा
20 जून 2012
जमुई: बिहार में संदिग्ध माओवादियों ने घोरपारन रेलवे स्टेशन पर हमला कर दो रेल कर्मियों का अपहरण कर लिया. घोरपारन रेलवे स्टेशन ईस्टर्न रेलवे आसनसोल डिवीजन के मधुपुर-झाझा रेल सेक्शन पर स्थित है. हथियारों से सुसज्जित 50 से 60 माओवादियों ने ड्यूटी पर तैनात स्टेशन मास्टर विजय कुमार और रेलवे कुली दुखान महतो का बंदूक की नोक पर अपहरण कर लिया था.
झारखंड:हेहेगढ़ा में स्टेशन और ट्रैक उड़ाया
28 जून 2012
लातेहार: नक्सलियों ने ग्रैंड कॉर्ड और सीआई सेक्शन पर रेलवे को निशाना बनाया. सबसे पहले ग्रैंड कॉर्ड सेक्शन (हावडा-नई दिल्ली रूट) पर तेतुलमारी व निचितपुर स्टेशन के पास रात में धमाका कर अप और डाउन लाइन को उखाड़ डाला. इसके बाद सीआई सेक्शन पर लातेहार में हेहेगढ़ा रेलवे स्टेशन को रात ढाई बजे विस्फोट कर ध्वस्त कर दिया. स्टेशन पर खड़ी मालगाड़ी के इंजन को भी सिलेंडर बम विस्फोट से क्षतिग्रस्त कर दिया. दोनों वारदातों से रेल परिचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ.
बिहार:नक्सलियों ने रेल की पटरी उड़ाई
6 अप्रैल 2013
हाजीपुर : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के दो दिवसीय बिहार-झारखंड बंद के पहले ही दिन शनिवार को नक्सलियों ने पूर्व मध्य रेलवे के हाजीपुर रेलवे स्टेशन के करीब रेल पटरी उड़ा दी, जिससे इस रेलखंड पर चार घंटे तक रेल परिचालन ठप रहा.