राज्य की तरक्की व अमन-चैन के लिए दुआ करें
रांची : हज यात्रियों का पहला जत्था स्थानीय बिरसा मुंडा हवाई अड्डा से विशेष विमान से शनिवार देर रात जेद्दा के लिए उड़ा. इस जत्थे में रांची, धनबाद, जमशेदपुर, गोड्डा सहित अन्य जिलों के 239 हज यात्री गये हैं. इसमें 99 महिलाएं शामिल हैं. काफी संख्या में वृद्ध लोग भी हज पर गये हैं, जिसमें से अधिकतर पहली बार गये हैं. हजयात्रियों को रवाना करने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय और राज्य के मंत्री हाजी हुसैन अंसारी भी पहुंचे थे. इधर शहर काजी कारी जान मोहम्मद रजवी ने कहा कि इस बार पहले से खराब व्यवस्था थी.
हजयात्रियों को लेकर विशेष विमान शाम 7.30 बजे उड़ान भरनेवाला था. पर विमान रात 9.15 बजे रांची में उतरा. मिली जानकारी के अनुसार उड़ान संबंधी तकनीकी समस्या के कारण बाधा उत्पन्न हुई है. इस वजह से हज यात्री शनिवार देर रात के बजाय रविवार की सुबह जेद्दा पहुंचेंगे. पहले दिन विमान के घंटों लेट होने के कारण रविवार को भी विमान लेट से उड़ेगा, यह अनुमान लगाया जा रहा है. विमान के घंटों लेट हो जाने से लोग परेशान थे.
हज यात्रियों के लिए बेहतर सुविधा देगी सरकार : हेमंत
रांची : आपकी यह महत्वपूर्ण यात्रा सकुशल पूरी हो. इसके लिए हम सभी कामना करते हैं. राज्य से हज पर जा रहे हर एक व्यक्ति राज्य की तरक्की व अमन-चैन के लिए दुआ करें. उक्त बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को हज टरमिनल में हज यात्रियों को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि हज पर जानेवालों की संख्या में वृद्धि हुई है, यह खुशी की बात है. राज्य सरकार हज यात्रियों के लिए बेहतर से बेहतर सुविधा उपलब्ध करायेगी. मंत्री सह अध्यक्ष हाजी हुसैन अंसारी ने कहा कि सभी के सहयोग से यह व्यवस्था संभव हो सकी है. पशुपालन मंत्री मन्नान मल्लिक ने सभी हज यात्रियों से राज्य की तरक्की व खुशहाली के लिए दुआ करने की अपील की.
पूर्व सांसद सुबोधकांत सहाय ने कहा कि राज्य के लोगों के लिए यह खुशनसीबी है कि वे रांची से सीधे जेद्दा के लिए रवाना हो रहे हैं. अब तक मात्र 19 राज्यों में यह सुविधा उपलब्ध है.
एयरपोर्ट निदेशक राघवेंद्र कुमार राजू, नाजिमे आला मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी ने भी अपनी बातें रखीं. कार्यक्रम के दौरान अतिथियों को हाजी रूमाल व टोपी देकर सम्मानित किया गया. संचालन मौलाना तहजीबुल हसन ने किया. कार्यक्रम में सचिव नुरुल होदा, हाजी शौकत, सरफराज, हाजी मोख्तार अहमद, हाजी मतलूब इमाम, डॉ असलम परवेज, नौशाद सहित अन्य लोग उपस्थित थे.