पुलिस वाहन पर पथराव, एक घायलपुलिस ने की फायरिंग एजेंसियां, गोलाघाट/गुवाहाटीगोलाघाट जिले के विवादग्रस्त नुमलीमार्ग में राष्ट्रीय राजमार्ग 39 को बंद करने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने गुरुवार को हवा में गोलियां चलायीं और आंसू गैस के गोले छोड़े, जबकि सेना ने कानून और व्यवस्था बनाये रखने के लिए फ्लैग मार्च किया. इसमें कोई घायल नहीं हुआ. पुलिस ने कहा कि अनिश्चितकालीन कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए लोगों के एक बड़े समूह ने सड़क जाम करने की कोशिश की. उन्होंने पुलिस के वाहनों पर पत्थर फेंके, जिससे एक वाहन को नुकसान पहुंचा और एक पुलिसकर्मी घायल हो गया. प्रदर्शनकारियों ने देर रात नुमालीगढ़ में पुलिस द्वारा की गयी कथित गोलीबारी के खिलाफ नारे लगाये. इस घटना की कोई आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है. सेना ने बंदूकें और लाल झंडे लगे ट्रकों पर गोलाघाट से रंगाजन, बोकाखट और नुमालीढ़ तक फ्लैग मार्च किया. जिला प्रशासन ने कर्फ्यू लगे क्षेत्रों में लोगों से घरों के अंदर रहने की अपील की है. कर्फ्यू बुधवार को कल लगाया गया था और सेना को भी बुलाया गया था. ये कदम तब उठाये गये, जब उपायुक्त कार्यालय को आग लगाने और अन्य सार्वजनिक संपत्तियों को नष्ट करने का प्रयास कर रही भीड़ को तितर-बितर करने के लिए की गयी पुलिस की फायरिंग में तीन लोग मारे गये और छह अन्य घायल हो गये. यह भीड मंगलवार को रंगाजन में पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही थी. मंगलवार को हुई कार्रवाई में 22 लोग मारे गये थे और सात पुलिसकर्मी घायल हो गये थे.केंद्रीय बल स्वतंत्र रूप से काम नहीं करतीइस बीच केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरन रिजिजू गुरुवार को प्रशासनिक कर्मचारी कॉलेज में असम के मुख्यमंत्री तरु ण गोगोई और नगालैंड के मुख्यमंत्री टीआर जेलियान से इस समस्या का हल ढूंढने गुरुवार को गुवाहाटी पहुंचे. उन्होंने गुवाहाटी हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि मैं दोनों मुख्यमंत्रियों को बताउंगा कि ये मौतें लापरवाही के चलते हुई हैं और अगर संयुक्त गश्त की जाती, तो इतनी जानें नहीं जातीं. ज्ञातव्य है कि रविवार को जब गोगोई गोलाघाट जिले में हिंसा प्रभावित उरियामघाट गये थे तब उनके साथ धक्का-मुक्की हुई थी. रिजिजू ने कहा कि केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल स्वतंत्र रूप से काम नहीं करती. राज्यों के समन्वय से उसे प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पदस्थापित किया जाता है. बातचीत से हल निकालें : माणिक उधर, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने कहा कि असम-नगालैंड सीमा पर जारी ‘अशांति’ को समाप्त करने का एकमात्र तरीका दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच बातचीत के जरिये सौहार्दपूर्ण हल निकाला जाना है. पूर्वोत्तर क्षेत्र का विकास संबंधी केंद्रीय मंत्रालय और असम सरकार द्वारा आयोजित पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन से इतर उन्होंने कहा कि असम और नगालैंड के मुख्यमंत्रियों को अपने लोगों को समझाना चाहिए और उनके मतभेद दूर करने का प्रयास करना चाहिए. हिंसा बहुत अच्छी बात नहीं है. यह हम सबके लिए चिंता का विषय है. इस संबंध में केंद्रीय बल की मौजूदगी मददगार साबित हो सकती है.
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सीमा विवाद. कर्फ्यू लगे गोलाघाट में सेना का फ्लैग मार्च, उपद्रव जारी
पुलिस वाहन पर पथराव, एक घायलपुलिस ने की फायरिंग एजेंसियां, गोलाघाट/गुवाहाटीगोलाघाट जिले के विवादग्रस्त नुमलीमार्ग में राष्ट्रीय राजमार्ग 39 को बंद करने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने गुरुवार को हवा में गोलियां चलायीं और आंसू गैस के गोले छोड़े, जबकि सेना ने कानून और व्यवस्था बनाये रखने के […]
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