रांची: राज्य के प्लस टू स्कूल में शिक्षकों की कमी से इंटर का रिजल्ट प्रभावित हो रहा है. राज्य में कुल 230 सरकारी प्लस टू स्कूल हैं, जिसमें 59 स्कूल एकीकृत बिहार के समय के हैं, जबकि 171 स्कूल राज्य गठन के बाद उच्च विद्यालय से प्लस टू में उत्क्रमित किये गये. राज्य में इंटर स्तर पर कुल 25 विषयों की पढ़ाई होती है.
राज्य के एक भी प्लस टू स्कूल में सभी विषय के शिक्षक नहीं हैं. 159 विद्यालय में मात्र आठ विषय के पद सृजित हैं. विद्यालय में भौतिकी, रसायन जैसे महत्वपूर्ण विषय के शिक्षक के पद नहीं हैं. पद सृजित नहीं होने के कारण विद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो रही है.
विज्ञान के सभी विषय के शिक्षक नहीं होने के कारण विद्यालय में प्रायोगिक कक्षा भी ठीक से नहीं हो पाती है. 171 प्लस टू उच्च विद्यालय में प्रयोगशाला व पुस्तकालय की स्थिति भी ठीक नहीं है. कई स्कूलों में प्रयोगशाला तक नहीं है.