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इंग्लैंड की दो तिहाई उम्रदराज औरतें करा रही हैं गर्भपात

लंदन. आमतौर पर दुनिया में लिंग परीक्षण कर गर्भपात कराने पर लगभग प्रतिबंध लगाया जा चुका है, लेकिन इंग्लैंड में शादीशुदा उम्रदराज अथवा अवैध संबंधों की वजह से दो तिहाई महिलाओं में इसका प्रचलन अधिक बढ़ गया है. यहां के राष्ट्रीय सांख्यिकी विभाग ने इस बात का खुलासा किया है कि यहां की शादीशुदा उम्रदराज […]

लंदन. आमतौर पर दुनिया में लिंग परीक्षण कर गर्भपात कराने पर लगभग प्रतिबंध लगाया जा चुका है, लेकिन इंग्लैंड में शादीशुदा उम्रदराज अथवा अवैध संबंधों की वजह से दो तिहाई महिलाओं में इसका प्रचलन अधिक बढ़ गया है. यहां के राष्ट्रीय सांख्यिकी विभाग ने इस बात का खुलासा किया है कि यहां की शादीशुदा उम्रदराज या अवैध संबंधों की वजह से दो तिहाई महिलाएं गर्भपात करा रही हैं. विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2013 में गर्भपात करानेवाली महिलाओं में सबसे अधिक संख्या 35 वर्ष से अधिक उम्रवर्ग की औरतों की है, जबकि किशोरियों द्वारा गर्भपात कराने की संख्या कम है. रिपोर्ट में कहा गया है कि यहां 18 वर्ष से कम आयुवर्ग की किशोरियां मां बनने के लायक नहीं होती हैं. ऐसे में यदि इस आयुवर्ग की किशोरियां गर्भपात कराती हैं, तो वह अवैध संबंधों को लेकर शक के दायरे में आती हैं. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वर्ष 2013 में जिनती औरतों ने गर्भपात कराया है, उनमें से ज्यादातर महिलाएं कई बच्चों की मां हैं. ब्रिटिश प्रिगनेंसी एडवाइजरी सर्विस (बीपीएएस) के पब्लिक-पुलिस मैनेजर एबिगेल फिट्जगिबॉन का कहना है कि इंग्लैंड में गर्भपात कराने के कई कारण है. उनका कहना है कि 40 वर्ष आयुवर्ग या इससे अधिक आयुवर्ग की महिलाओं के गर्भपात कराने के पीछे सबसे बड़ा कारण अनचाहे तरीके से गर्भधारण कराना है. उनका कहना है कि देश में होनेवाले गर्भपात में ऐसी महिलाओं की संख्या 50 फीसदी से भी अधिक है. वह बताते हैं कि यहां की हाई प्रोफाइल महिलाएं अपने पारिवारिक जीवन में अनचाहे में गर्भधारण करने के बाद बच्चे जनना नहीं चाहती हैं. इसलिए वह गर्भपात कराना ही बेहतर समझती हैं. इस तरह की महिलाओं की उम्र 35-40 वर्ष के बीच होती है. वहीं, देश की 40 फीसदी महिलाएं जो गर्भपात करा रही हैं, उनकी उम्र 20 वर्ष आयुवर्ग की है. ऐसी महिलाओं की संख्या करीब 40 फीसदी के आसपास है.

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