छापेमारी व जांच के लिए एसआइटी का हुआ गठन
रांची/मांडर : झामुमो नेता सुबोध नंद तिवारी के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर रविवार को मुड़मा चौक के निकट एनएच-75 को ग्रामीणों ने करीब आधे घंटे तक जाम रखा.
घटना के 22 घंटे बाद भी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किये जाने से ग्रामीण नाराज थे. साथ ही पुलिस पर सहयोग नहीं करने का आरोप भी लगा रहे थे. बाद में पुलिस द्वारा समझाने व दो दिन में अपराधियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन देने पर साढ़े तीन बजे से किया गया जाम चार बजे हटा लिया गया.
इधर ग्रामीण एसपी ऋषभ कुमार झा ने कहा कि हत्याकांड की जांच और छापेमारी के लिए खलारी डीएसपी के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया है. आरंभिक जांच में पुलिस को जमीन विवाद में हत्या की जानकारी मिली है. घटना में शामिल कुछ आरोपियों की पहचान भी कर ली गयी है. उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
शव पहुंचते ही घर का माहौल हुआ गमगीन
इधर रविवार को दिन के दो बजे सुबोधनंद तिवारी का शव मुड़मा स्थित आवास लाया गया. शव पहुंचते ही परिजनों की चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया. उनकी बूढ़ी मां, बहनें, पत्नी कविता देवी व बच्चे सौरभ कुमार तथा शेफाली कुमारी का रो-रोकर बुरा हाल था. अंतिम दर्शन के लिए झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव, पूर्व विधायक देवकुमार धान, कांग्रेस के सन्नी टोप्पो, झामुमो जिला अध्यक्ष मुश्ताक आलम, धर्मेंद्र सिंह, जिप सदस्य
सुनील उरांव, प्रमुख भोला उरांव सहित बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे. सुबोधनंद का अंतिम संस्कार बनारस में किया जायेगा. इसलिए देर शाम परिजन शव लेकर बनारस चले गये.
पुलिस खंगालती रही सीसीटीवी
दूसरी ओर अपराधियों के बारे में पता लगाने के लिए मांडर पुलिस डीएसपी मनोज कुमार के नेतृत्व में दिनभर सड़क किनारे दुकानों में लगे सीसीटीवी का फुटेज खंगालती रही. फुटेज की जांच के लिए जिले से स्पेशल टीम को भेजा गया था.
शाम साढ़े पांच बजे हुई घटना व उस वक्त सड़क पर कम रोशनी होने के कारण टीम को फुटेज से आंशिक सफलता मिली है. वहीं, रविवार की देर शाम सुबोधनंद के भाई रवि तिवारी ने मांडर थाना में मुड़मा निवासी विशाल आनंद के खिलाफ नामजद व दो अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है.