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अनगड़ा : दर्जन भर लोग बीमार, छह का चल रहा है अस्पताल में इलाज

अनगड़ा के सुदूर पुरनाडीह टोला में डायरिया का प्रकोप स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में लगाया शिविर अनगड़ा : अनगड़ा प्रखंड के सुदूर सुरसू पंचायत अंतर्गत हरजालुम के पुरनाडीह टोला में डायरिया से लगभग एक दर्जन लोग आक्रांत हैं. इनमें सुनीता कुमारी (18 वर्ष), सोनू रजवार (12 वर्ष), खुशबू कुमारी (10 वर्ष), दुलारी देवी […]

अनगड़ा के सुदूर पुरनाडीह टोला में डायरिया का प्रकोप
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में लगाया शिविर
अनगड़ा : अनगड़ा प्रखंड के सुदूर सुरसू पंचायत अंतर्गत हरजालुम के पुरनाडीह टोला में डायरिया से लगभग एक दर्जन लोग आक्रांत हैं. इनमें सुनीता कुमारी (18 वर्ष), सोनू रजवार (12 वर्ष), खुशबू कुमारी (10 वर्ष), दुलारी देवी (60 वर्ष), सुलुवा देवी (50 वर्ष) व सुमी देवी (46 वर्ष) का इलाज सिंगपुर मुरी के एक निजी अस्पताल में आयुष्मान भारत योजना के तहत कराया जा रहा है.
वहीं रीता देवी (32 वर्ष), नेहा देवी (25 वर्ष), नितेश रजवार (13 वर्ष) व भुवनेश्वर रजवार (50 वर्ष) को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है. इधर, रविवार को प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी के निर्देश पर हरजालुम में स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया गया.
इसमें टोला के 120 लोगों की जांच कर दवा का वितरण किया गया. हालांकि इनमें डायरिया पीड़ित नहीं थे. डॉ अमरेंद्र प्रसाद ने बताया कि सभी डायरिया पीड़ित अस्पताल चले गये थे. गांव में सिर्फ मौसमी बीमारी से पीड़ित लोग ही थे. जिनका इलाज किया गया.
उन्होंने बताया कि टोला में लोगों को साफ-सफाई पर ध्यान देने व चापाकल का पानी पीने की सलाह दी गयी है. सभी 55 घरों में ब्लीचिंग पावडर का वितरण किया गया है. डॉ अमरेंद्र के अनुसार स्थिति अब नियंत्रण में है. गांव कुछ दिन हमारी निगरानी में रहेगा. इधर, डायरिया प्रभावित लोगों की मदद के लिए धर्मदेव रजवार, राजकुमार रजवार, जयराम सिंह, नीलिमा मारिया टोप्पो व लव लोहरा सक्रिय रहे.
कच्चा कुआं का पानी पीते हैं अधिकतर ग्रामीण
पुरनाडीह टोला के अधिकतर लोग कच्चा कुआं का पानी पीने के लिए उपयोग करते हैं जबकि यहां चापाकल भी है. ग्रामीणों के अनुसार चापाकल के पानी में लोहे का अंश ज्यादा आता है, जिससे पानी का स्वाद बदल जाता है.
इसलिए कुआं के पानी का ज्यादा उपयोग करते हैं. ग्रामीणों ने बताया कि कुछ दिन पूर्व गांव में एक मवेशी मरा था. जिसे आसपास ही फेंक दिया गया था. उससे उठ रही दुर्गंध भी गांव में आ रही थी. वहीं क्षेत्र में कई जगहों पर काफी गंदगी जमा है. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भी माना है कि डायरिया फैलने की मुख्य वजह गंदगी व गंदे पानी का उपयोग है. टीम ने टोला के कुआं व नालियों में दवा डाली.
प्रखंड मुख्यालय से 40 किमी दूर है सुरसू पंचायत : सुरसू पंचायत अनगड़ा प्रखंड मुख्यालय से 40 किमी दूर जंगलों व पहाड़ों के बीच स्थित है. यह क्षेत्र जंगली हाथियों से प्रभावित है. यहां के लोगों को स्वास्थ्य जांच के लिए 15 किमी दूर सिंगपुर मुरी या 25 किमी दूर जोन्हा जाना पड़ता है.

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