24 से मरीजों की बढ़ेगी परेशानी, संघ ने कहा
रांची : रिम्स में मरीजों की सेवा करते 11 साल हो गये. एक तो काम का लोड, तो दूसरी ओर वेतन कम. हमारे साथ राज्य सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है. हर बार झूठा आश्वासन दिया जाता है. शासी परिषद की बैठक में निर्णय होने के बाद भी सेवा स्थायी नहीं की जा रही है. हर बार हमें आश्वासन देकर बहला दिया जाता है, इसलिए हम 24 जुलाई से हड़ताल करने जा रहे हैं. उक्त बातें शुक्रवार को रिम्स अनुबंध नर्सेज संघ की रामरेखा राय एवं निशा ने पत्रकारवार्ता में कही.
उन्होंने बताया कि हम हड़ताल नहीं करना चाहते हैं, लेकिन हमें विवश किया जा रहा है. 1500 नर्सो का काम सिर्फ करीब 367 नर्सो से किया जा रहा है. 6 फरवरी 2012 में 29 वीं शासी परिषद की बैठक में सेवा स्थायी करने पर निर्णय हो गया था, लेकिन अभी तक मामला लटका हुआ है. हड़ताल के बाद भी अगर हमारी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो हम आमरण अनशन करेंगे.
प्रबंधन की जिम्मेवारी
अनुबंध नर्सेज संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि हड़ताल के दौरान वह सिर्फ इमरजेंसी सेवा में योगदान देंगी. इस दौरान मरीजों के साथ कुछ हुआ तो इसकी जिम्मेदारी रिम्स प्रबंधन की होगी. हड़ताल से पहले 21 जुलाई को काला बिल्ला लगायेंगी. 22 जुलाई को पेन डाउन स्ट्राइक करेगी. 23 जुलाई को निदेशक का घेराव करेंगी. इसके बाद 24 जुलाई के 12 बजे से हड़ताल करेंगी.