मुख्य सचिव ने विभागीय सचिवों के साथ की बैठक, दिये कई निर्देश
रांची : मुख्य सचिव डॉ डीके तिवारी ने सभी विभागों के सचिवों को आचार संहिता खत्म होते ही विकास कार्य शुरू करने का निर्देश दिया है. उन्होंने आमलोगों से जुड़े कार्यों खासकर पंचायती राज के कार्य, पेंशन, छात्रवृत्ति, पानी, बिजली, स्ट्रीट लाइट आदि पर ज्यादा फोकस करने को कहा है़
वहीं सारे विभागों को निश्चित रूप से साप्ताहिक व मासिक बैठक करने के निर्देश दिये़ उन्होंने कहा कि लोकसभा व विधानसभा चुनावों के कारण हमारे कार्य दिवस कम हो जायेंगे. ऐसे में सभी विभाग प्राथमिकता तय कर काम करें. कहा कि योजना प्राधिकृत समिति की बैठक लगातार 27 से 31 मई तक होगी. इसमें सारे विभागों की योजना की तैयारी की समीक्षा होगी. वह प्रोजेक्ट भवन सचिवालय स्थित अपने सभा कक्ष में विभागीय सचिवों के साथ बैठक कर रहे थे. इस क्रम में वर्ष 2019-20 के बजट भाषण में मुख्यमंत्री की कुल 109 घोषणाओं पर अमल की तैयारी की समीक्षा कर रहे थे.
मुख्य सचिव ने सचिवों से कहा कि वे अपने-अपने विभाग की उपलब्धियों व कार्यों की प्रगति की संक्षिप्त बुकलेट तैयार करायें. सभी अधिकारी माह में एक से दो बार फील्ड में जरूर जायें. समस्याअों का निदान करें.
उन्होंने कमिश्नरी, जिला, अनुमंडल व प्रखंडों में अच्छा काम कर रहे कर्मियों को पुरस्कृत करने का निर्देश दिया. इसकी शुरुआत प्रखंड स्तर से करने को कहा. बैठक में विभागों ने तैयारियों और प्राथमिकताओं पर प्रजेंटेशन दिया. मुख्य सचिव ने सफल शिक्षक अभ्यर्थियों को आचार संहिता खत्म होते नियुक्ति पत्र व पर्यटन विभाग को पूरे राज्य में म्यूजिकल बैंड का सालाना फेस्टिवल आयोजन करने का निर्देश दिया. कहा कि इस क्षेत्र में राज्य पांच वर्षों में देश में अव्वल बन सकता है.
परिवहन विभाग को इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च योजना के तहत कुशल ड्राइवर तैयार करने को कहा. कहा कि हर साल करीब एक हजार चालकों को अच्छे पैकेज पर दुबई में काम के अवसर हैं. मुख्य सचिव ने कर्नाटक व दिल्ली का हवाला देते हुए झारखंड में भी गीजर के लिए सोलर पैनल लगाने को अनिवार्य करने का निर्देश दिया.
उन्होंने वन विभाग को निर्देश दिया कि ग्रामीण इलाके के साथ शहरी क्षेत्र को भी हरा-भरा करने पर फोकस करें. इसके लिए सभी नदी, नाले, जलाशय, मैदान और पहाड़ियों पर पौधरोपण करायें. रांची के जयपाल सिंह स्टेडियम में भी बिना कोई निर्माण किये एक हरित क्षेत्र व पार्क विकसित करें़ यह भी कहा कि सभी आइएएस अधिकारी भी इस वर्ष अनिवार्य रूप से पौधरोपण करें. वहीं वन क्षेत्र में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने का भी निर्देश दिया.