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चाजर्शीट दर घटी, सजा दिलाने की दर में बढ़ोतरी

रांची: एनसीआरबी (नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो) ने वर्ष 2013 की रिपोर्ट जारी कर दी है. रिपोर्ट के मुताबिक झारखंड में वर्ष 2013 में अपराधियों को सजा दिलाने की दर में बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. गिरफ्तार अपराधियों में से 25.1 प्रतिशत अपराधियों को सजा दिलाने में पुलिस सफल रही है. वर्ष 2012 में यह आंकड़ा […]

रांची: एनसीआरबी (नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो) ने वर्ष 2013 की रिपोर्ट जारी कर दी है. रिपोर्ट के मुताबिक झारखंड में वर्ष 2013 में अपराधियों को सजा दिलाने की दर में बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. गिरफ्तार अपराधियों में से 25.1 प्रतिशत अपराधियों को सजा दिलाने में पुलिस सफल रही है. वर्ष 2012 में यह आंकड़ा 23.2 प्रतिशत था. इस तरह वर्ष 2012 के मुकाबले वर्ष 2013 में 2.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. हालांकि अपराधियों को सजा दिलाने का दर वर्ष 2011 की 29.3 प्रतिशत से कम ही है.

अपराध की कुल घटनाओं के आंकड़ों पर गौर करें, तो इसमें हर साल बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. वर्ष 2011 में कुल अपराध की संख्या-35838 व वर्ष 2013 में 40946 थी. वहीं वर्ष 2013 में यह बढ़ कर 48208 हो गयी.

रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2013 में कुल 54730 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया. इसमें 52242 पुरुष और 2488 महिलाएं शामिल हैं. वर्ष 2012 में 53770 लोग (50585 पुरुष व 3185 महिला) और वर्ष 2011 में 51069 लोगों (48265 पुरुष व 2804 महिला) को गिरफ्तार किया गया था. रिपोर्ट से स्पष्ट है कि विभिन्न आपराधिक मामलों में गिरफ्तार होनेवाले पुरुषों की संख्या जहां बढ़ रही है, वहीं महिलाओं की संख्या में कमी दर्ज की गयी है. गिरफ्तार होनेवाले कुल लोगों की संख्या भी बढ़ रही है.

वर्ष 2013 में अपराधियों के खिलाफ चाजर्शीट दाखिल करने की दर में कमी दर्ज की गयी है. वर्ष 2013 में अपराधियों के खिलाफ चाजर्शीट दाखिल करने का दर 68.6 प्रतिशत रहा. इससे पहले के वर्ष 2012 में 70.2 और वर्ष 2011 में 70.3 प्रतिशत रहा था. तीनों साल की रिपोर्ट से साफ है कि अपराधियों के खिलाफ चाजर्शीट दाखिल करने का दर लगातार घट रहा है.

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