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रांची : एक माह में बहाल होंगी 362 ए ग्रेड नर्स, मार्च से भूतपूर्व सैनिकों के जिम्मे होगी रिम्स की सुरक्षा
रिम्स शासी परिषद की 47वीं बैठक में हुए कई महत्वपूर्ण फैसले, स्वास्थ्य मंत्री बोले रिम्स में नर्सों की कमी एक माह में पूरी कर ली जायेगी. मार्च तक 362 ए ग्रेड नर्सों को नियुक्त कर लिया जायेगा. जल्द ही इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया जायेगा. इसके अलावा मार्च से रिम्स की सुरक्षा का जिम्मा भूतपूर्व […]
रिम्स शासी परिषद की 47वीं बैठक में हुए कई महत्वपूर्ण फैसले, स्वास्थ्य मंत्री बोले
रिम्स में नर्सों की कमी एक माह में पूरी कर ली जायेगी. मार्च तक 362 ए ग्रेड नर्सों को नियुक्त कर लिया जायेगा. जल्द ही इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया जायेगा. इसके अलावा मार्च से रिम्स की सुरक्षा का जिम्मा भूतपूर्व सैनिकाें को दिया जायेगा. भूतपूर्व सैनिकों की नियुक्ति के लिए सैनिक कल्याण बोर्ड से संपर्क कर भूतपूर्व सैनिक मांगे जायेंगे, जिनकी उम्र 45 से 55 वर्ष के बीच होगी. यह फैसला मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी की अध्यक्षता में हुई रिम्स शासी परिषद की 47 वीं बैठक में लिया गया.
रांची : रिम्स शासी परिषद की बैठक के बाद पत्रकारों को जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि रिम्स में एम्स की तर्ज पर पद सृजन करने का फैसला लिया गया है.
हालांकि, आवश्यकतानुसार ही पदों का सृजन किया जायेगा. रिम्स व एम्स के बीच जो मैनपावर का फासला है, उसपर ही विचार किया जायेगा. इसके अलावा कर्मचारी की बहाली भी शीघ्र की जायेगी.
श्री चंद्रवंशी ने कहा कि वैसे कर्मचारी जो पहले से रिम्स में सेवा दे रहे हैं, उनके काम के आधार पर 50 फीसदी अंक दिया जायेगा. बहाली एनआरएचएम के लिए जो दिल्ली की एजेंसी है, उससे नियमानुसार करायी जायेगी. इंटर्नशिप कर रहे डाॅक्टरों का वेतनमान का ग्रेड अब एम्स की तरह 23,500 कर दिया जायेगा. यह एक मार्च 2019 से लागू किया जायेगा. इसके अलावा रिम्स के कर्मचारियाें काे सातवां वेतनमान दिया जायेगा.
डाॅ अनूपा प्रसाद द्वार इस्तीफा वापस लेने का आग्रह स्वीकार : डाॅ अनूपा प्रसाद द्वारा इस्तीफा वापस लेने के आग्रह को स्वीकार कर लिया गया है, लेकिन उनको छुट्टी देने के दौरान का वेतनमान नहीं दिया जायेगा.
पत्रकारों ने डॉ अनूपा द्वारा निजी जांच क्लिनिक खोले जाने का सवाल उठाया, तो निदेशक डॉ दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि निजी जांच क्लिनिक बंद करना होगा. उनके बेहतर कार्य को देखते हुए मौका दिया गया है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डॉक्टरों की कमी है, इसलिए उनको रखने पर विचार किया गया है. प्रशासनिक भवन के लिए कुर्सी टेबल व सामान गोदरेज या जेम से खरीदा जायेगा. इसके अलावा डेंटल कॉलेज में खाली पद के लिए नियुक्ति भी शीघ्र की जायेगी.
प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों पर होगी सख्त कार्रवाई
निदेशक डॉ दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि सरकार ने निजी प्रैक्टिस करनेवाले डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. शासी परिषद की बैठक में तय हुआ है कि अगर सामान्य आदमी भी किसी डॉक्टर के निजी प्रैक्टिस की सूचना देता है, तो उसकी जांच करा कर कार्रवाई की जायेगी. किसी भी हाल में डॉक्टरों को निजी प्रैक्टिस नहीं करना है. उन्होंने कहा कि एनेस्थेटिक के पद को सीनियर रेजीडेंट में बदल दिया गया है. इससे चार सीनियर रेजीडेंट का पद सृजन हो गये हैं. पावर काॅरपोरेशन द्वारा बनाये जा रहे विश्राम गृह के लिए जगह चिह्नित कर ली गयी है. हार्ट लंग मशीन व अन्य अत्याधुनिक मशीनों के लिए देश के बड़े संस्थान की तरह उसी कीमत पर खरीदारी की जायेगी. इस पर भी सहमति बनी है.
निजी प्रैक्टिस मामले में सरकार पांच डॉक्टरों के खिलाफ कर रही है जांच
रांची. स्वास्थ्य विभाग रिम्स में पांच डॉक्टरों के निजी प्रैक्टिस की जांच कर रही है. इस मामले की जांच के लिए गठित कमेटी ने पांचों डॉक्टरों के निजी प्रैक्टिस से जुड़े तथ्य इकट्ठे कर लिये हैं. शीघ्र पांचाें डॉक्टरों की सूची स्वास्थ्य सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी व स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी को सौंप दी जायेगी. मंत्री ने कहा है कि सरकार एनपीए लेकर निजी प्रैक्टिस करनेवालों के खिलाफ सख्त है.
एनआइसीयू और पीआइसीयू में जितना लाेड उतनी व्यवस्था नहीं है, क्षमता बढ़ायी जायेगी
रांची : स्वास्थ्य सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने मंगलवार को रिम्स के शिशु, स्त्री विभाग और ब्लड बैंक का निरीक्षण किया. स्वास्थ्य सचिव का निरीक्षण शासी परिषद की बैठक के बाद शाम 4:30 बजे के बाद शुरू हुआ, जो करीब एक घंटे तक चला. स्वास्थ्य सचिव ने शिशु विभाग, पीडियेट्रिक इंसेटिव केयर यूनिट (पीआइसीयू), न्यू बॉर्न स्पेशल केयर यूनिट (एनआसीयू) का निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद उन्होंने पत्रकारों को बताया कि शिशु विभाग मरीजों का बहुत लोड है, जिसकी क्षमता को बढ़ाना जरूरी है.
सुधार करना बहुत जरूरी है. इससे पूर्व डॉ कुलकर्णी ने स्त्री रोग एवं प्रसूति विभाग का भी निरीक्षण किया. उन्होंने विभागाध्यक्ष से कहा कि सरकार की लक्ष्य योजना की जो गाइड लाइन है, उसके हिसाब से काफी कमियां है. इसको शीघ्र सुधार करने की जरूरत है. सचिव के आने की जानकारी पर दाेनों विभाग के सीनियर डॉक्टर रिम्स में जमे हुए थे.
ब्लड बैंक में सबसे ज्यादा कमी, सुधार की ज्यादा जरूरत
डॉ कुलकर्णी ने कहा कि सबसे ज्यादा शिकायत ब्लड बैंक में सुनने को मिल रही है. जितनी शिकायतें आ रही हैं, उनका निराकरण किया जायेगा. उन्होंने ब्लड बैंक के गार्ड को ड्रेस में रहने और वहां की व्यवस्था को सुधारने की हिदायत दी. निरीक्षण के दौरान ब्लड बैंक में तीन-चार युवाओं को अनावश्यक रूप से बैठ फोन चलाने को देख सचिव काफी नाराज हुए.
खून के लिए पैसा ठगने का अारोप
रांची. रिम्स में मंगलवार को एक मरीज के परिजन से खून के लिए पैसा ठगने का मामला आया है. परिजन इमरजेंसी के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मी से खून के लिए पैसा मांगने की शिकायत कर रहा था. सुरक्षाकर्मी ने उसे अधीक्षक या उपाधीक्षक से शिकायत करने की सलाह दी.
निदेशक ने दो माह की उपलब्धियां भी गिनायीं
रांची : रिम्स निदेशक डॉ डीके सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री को अपने दो माह के कार्यकाल में मरीज हित में किये गये की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि डॉक्टरों (सीनियर व जूनियर) को ड्यूटी आवर में उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है. वे प्रतिदिन सुबह नौ बजे अस्पताल का निरीक्षण करते हैं. कार्डियेक सर्जरी की शुरुआत की गयी है.
स्त्री विभाग में लेप्रोस्कोपी सर्जरी व आर्थोपेडिक विभाग में सर्जरी के कार्यशाला का आयोजन किया गया है. रेडियोलॉजी विभाग में चार से बेकार पड़े मशीन को चालू करा दिया गया है. ओपीडी व इमरजेंसी को मरीज हित में अलग किया गया है. सर्जन, एनेस्थिसिया विभाग व ओटी नर्सिंग स्टाफ से प्रतिदिन होने वाली सर्जरी की सूची मंगायी है, जिससे सर्जरी की संख्या को बढ़ाया जा सके.
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