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ई-चालान भेजने के लिए परिवहन और डाक विभाग में करार, 5228 ई-चालान भेजने में 26,000 रुपये से ज्यादा खर्च, जुर्माना मात्र 8900
ई-चालान व्यवस्था. अब तक 87000 लोगों ने तोड़ा ट्रैफिक रूल रांची : इसे सिस्टम की खामी कहें या ट्रैफिक पुलिस की अधूरी तैयारी, ई-चालान व्यवस्था लागू होने के एक महीने बाद भी राजधानी की यातायात व्यवस्था पटरी पर नहीं लौटी है. वहीं, नयी व्यवस्था के तहत ट्रैफिक नियम तोड़नेवालों से जुर्माने की पूरी वसूली भी […]
ई-चालान व्यवस्था. अब तक 87000 लोगों ने तोड़ा ट्रैफिक रूल
रांची : इसे सिस्टम की खामी कहें या ट्रैफिक पुलिस की अधूरी तैयारी, ई-चालान व्यवस्था लागू होने के एक महीने बाद भी राजधानी की यातायात व्यवस्था पटरी पर नहीं लौटी है. वहीं, नयी व्यवस्था के तहत ट्रैफिक नियम तोड़नेवालों से जुर्माने की पूरी वसूली भी नहीं हो पायी है.
जरा मजमून देखिए, राजधानी रांची में ई-चालान व्यवस्था एक जनवरी 2019 से लागू की गयी है. शुरुआती चरण में शहर के 16 चौक पर ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉगननेशन(एएनपीआर) तथा रेड लाइट वाॅयलेशन डिटेक्शन (अारएलवीडी) कैमरों द्वारा ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करनेवालों की निगरानी की जा रही है.
जो भी रेड लाइट जंप कर रहा है या रांग साइड जा रहा है, उन वाहनों को चिह्नित कर उनके मालिक के नाम पर ई-चालान बनाया जा रहा है. 30 जनवरी तक लगभग 87 हजार वाहन चालकों को ट्रैफिक रूल तोड़ते हुए चिह्नित किया गया. इनमें से 16293 वाहन मालिकों के नाम पर ई-चालान जेनरेट हुआ. कुल 6726 लोगों के नाम का ई-चालान तैयार किया गया, जिसमें से 5228 लोगों को साधारण डाक से ई-चालान भेजा गया है.
प्रत्येक ई-चालान पर पांच रुपये का टिकट भी चिपकाया गया है. इस प्रक्रिया में अब तक 26 हजार रुपये से अधिक खर्च हो चुके हैं. लेकिन, ट्रैफिक पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अब तक केवल 89 लोगों ने ही जुर्माना जमा किया है. यानी अब तक ट्रैफिक पुलिस को जुर्माना के तौर पर 89 सौ रुपये ही मिले हैं.
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ई-चालान भेजने के लिए परिवहन और डाक विभाग में करार
रांची : प्रदेश के नौ जिलों में ई-चालान भेजने के लिए परिवहन विभाग ने गुरुवार को पोस्टल विभाग के साथ करार किया. एफएफपी बिल्डिंग में हुए कार्यक्रम के दौरान डोरंडा पोस्ट आॅफिस के अधिकारी और परिवहन विभाग के सचिव सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.
करार के तहत ई-चालान को लेकर पोस्टल विभाग को पैसा भी मिलेगा. एक हजार के लिए पांच रुपये, 1001 से 2500 के लिए 10 रुपये, 2501 से 5000 के लिए 15 रुपये और पांच हजार से ज्यादा के ई-चालान के लिए पोस्टल विभाग को 20 रुपये दिये जायेंगे. परिवहन विभाग की ओर से संयुक्त ट्रांसपोर्ट आयुक्त रवि शंकर विद्यार्थी और पोस्टल विभाग की ओर से असिस्टेंट पोस्ट मास्टर जेनरल एसके सिन्हा ने करार पर हस्ताक्षर किये. मौके पर परिवहन सचिव प्रवीण टाेप्पो, संयुक्त आयुक्त शेखर जमुआर, ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग सहित अन्य मौजूद थे.
इन जिलों के लिए हुआ है करार : रांची, हजारीबाग, धनबाद, जमशेदपुर, बोकारो, देवघर, गिरिडीह, रामगढ़ और सरायकेला-खरसावां.
18 जनवरी से शुरू हुई जुर्माना भरने की प्रक्रिया
एक जनवरी को सबसे पहला जुर्माना सर्जना चौक पर एक कार का काटा गया था. दूसरे ही दिन उस कार मालिक के पते पर चालान भेज दिया गया था. उसके बाद से ई-चालान भेजने का सिलसिला जारी है. 18 जनवरी ई-चालान सिस्टम के तहत हुआ जुर्माना जमा करने का सिलसिला शुरू हुआ. उस दिन मात्र तीन ई-चालान का जुर्माना जमा किया गया था.
ऐसे काम करता है ई-चालान सिस्टम
रेड सिग्नल होने पर जब कोई वाहन जेब्रा क्राॅसिंग के पहले बने पीली स्टॉप लाइन को पार करता है, तो उसे ट्रैफिक नियम का उल्लंघन माना जायेगा. ऐसे वाहनों का ई-चालान कट जायेगा. चालान सीधे घर तक जायेगा और सात दिन के अंदर जुर्माना की राशि जमा कर देना होगा. वर्तमान में यह सिस्टम 16 चौक-चौराहे पर काम कर रहा है. 13 चौक पर यह सिस्टम पूरी तरह लागू है, जबकि तीन स्थानों पर इसका ट्रायल चल रहा है.
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