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रांची : मुख्यमंत्री ने युवा सम्मेलन में कहा, गरीबों के उत्थान की सोचें
आनेवाली पीढ़ी को शिक्षित कर बड़ा अधिकारी व उद्योगपति बनने के लिए प्रेरित करें आप प्रयास करेंगे, तो संताल सहित संपूर्ण झारखंड का विकास कोई नहीं रोक सकता रांची : युवा खासकर आदिवासी जनजाति समूह के युवा अपनी शक्ति व ऊर्जा का उपयोग गरीबों के कल्याण के लिए करें. संताल की गरीबी हमें व्यथित करती […]
आनेवाली पीढ़ी को शिक्षित कर बड़ा अधिकारी व उद्योगपति बनने के लिए प्रेरित करें
आप प्रयास करेंगे, तो संताल सहित संपूर्ण झारखंड का विकास कोई नहीं रोक सकता
रांची : युवा खासकर आदिवासी जनजाति समूह के युवा अपनी शक्ति व ऊर्जा का उपयोग गरीबों के कल्याण के लिए करें. संताल की गरीबी हमें व्यथित करती है. संताल के युवा अपने गांव के गरीबों को चिह्नित करें तथा उनके उत्थान की सोचें. आप प्रयास करेंगे, तो संताल सहित संपूर्ण झारखंड का विकास कोई नहीं रोक सकता. ये बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कही.
वह रांची विवि के आर्यभट्ट सभागार में आयोजित युवा सम्मेलन में बोल रहे थे. कार्यक्रम झारखंड ट्राइबल डेवलपमेंट सोसाइटी के झारखंड आदिवासी सशक्तीकरण एवं आजीविका परियोजना से जुड़ा था. मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय समाज के लोग बकरी और सूकर पालन ही नहीं करें, बल्कि इससे आगे की सोचें. सीएम ने कहा कि अब गांव की योजनाएं गांव में बनेगी, मंत्रालय में नहीं. उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों की दिलचस्पी पावर में थी. मेरी सरकार की इंपावरमेंट में है.
कल्याण मंत्री लुइस मरांडी ने युवाओं से कहा कि कुछ लोग खुद को आदिवासियों का मसीहा बता कर आपको बरगलाते हैं्, उनसे बचें. हमारी सरकार आदिवासियों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है. मौके पर विभागीय सचिव हिमानी पांडे, सुनील कुमार वर्णवाल, गौरी शंकर मिंज, भुजेंद्र बास्के व रतन तिर्की सहित युवा समूह के सदस्य उपस्थित थे.
राज्य के हर गांव की मिट्टी से बनेगा स्मारक
सीएम ने कहा कि रांची का पुराना जेल, जहां बिरसा आबा को बंदी बनाया गया था, उसे विकसित करने का कार्य हो रहा है. राज्य सरकार सभी गांवों की मिट्टी उस स्मारक में लगाना चाहती है. इस उदेश्य से नौ जनवरी 2019 से 23 जनवरी तक विशेष अभियान चलेगा.
इस दौरान गांव, पंचायत, प्रखंड और जिला स्तर पर गांव की मिट्टी का संग्रह किया जायेगा. सुभाष चंद्र बोस की जयंती (23 जनवरी) के अवसर पर मोरहाबादी से पैदल चल कर संग्रह की गयी मिट्टी स्मारक स्थल तक पहुंचायी जायेगी. युवा मिट्टी संग्रह करने में अपनी भूमिका निभायें. कार्यक्रम के दौरान कुछ किसानों, युवाओं व पशुपालकों ने मुख्यमंत्री को बताया कि वे कैसे सरकार की योजनाओं का लाभ लेकर आर्थिक रूप से स्वावलंबी बन सके. वहीं मुख्यमंत्री ने 29 व 30 नवंबर को खेलगांव में आयोजित ग्लोबल एग्रीकल्चर एंड फूड सम्मिट के लिए किसानों व युवाओं को आमंत्रण दिया.
सम्मेलन में मुख्यमंत्री के हाथों यह हुआ
मुख्यमंत्री विवेकानुदान कोष से 671 युवा समूह के बीच 25-25 हजार रुपये का चेक सौंपा गया. कुल एक करोड़ 67 लाख 25 हजार रुपये का वितरण हुआ.पांच-पांच किशोरी व किशोर युवा समूह के बीच 25-25 हजार का चेक सौंपा गया.4.5 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले शेड, 18 लाख की लागत से बनने वाले बकरी प्रजनन केंद्र तथा 1.8 लाख की लागत से निर्मित होने वाले किसान सेवा केंद्र का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया.
क्या है झारखंड आदिवासी सशक्तीकरण एवं आजीविका परियोजना
इसके तहत 14 आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों के दो लाख 11 हजार परिवारों को आजीविका से जोड़ा गया है. कुल पांच हजार 360 महिला समूह तथा 707 युवा समूह का गठन कर उन्हें विकसित व आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा रहा है.
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