रांची : उर्दू प्राथमिक विद्यालय, थड़पखना में शुक्रवार को जांच शिविर का आयोजन किया गया. इस दौरान 10 बच्चे चिकनगुनिया से पीड़ित पाये गये. वहीं, दूसरी ओर डेली मार्केट थाना प्रभारी समेत पांच पुलिसकर्मी भी इसकी चपेट में हैं.
Advertisement
10 स्कूली बच्चे व थानेदार सहित पांच पुलिसकर्मी चिकनगुनिया की चपेट में
रांची : उर्दू प्राथमिक विद्यालय, थड़पखना में शुक्रवार को जांच शिविर का आयोजन किया गया. इस दौरान 10 बच्चे चिकनगुनिया से पीड़ित पाये गये. वहीं, दूसरी ओर डेली मार्केट थाना प्रभारी समेत पांच पुलिसकर्मी भी इसकी चपेट में हैं. डेली मार्केट थाना राजधानी के हृदय स्थली में बसा है. लेकिन वहां नगर निगम का ध्यान […]
डेली मार्केट थाना राजधानी के हृदय स्थली में बसा है. लेकिन वहां नगर निगम का ध्यान नहीं है. थाने के चारों ओर पानी जमा है. फिर भी यहां निगम की ओर से अब तक ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव नहीं किया गया है. इससे वहां कई प्रकार की बीमारियां फैल रही हैं. आसपास साफ-सफाई नहीं होने के कारण डेली मार्केट के थाना प्रभारी राजदेव सिंह, पुलिस कर्मी जितेंद्र, मुंशी उपेंद्र व एक सिपाही चिकगुनिया की चपेट में आ गये हैं. थाना प्रभारी ने बताया कि पूरे थाने के कर्मचारी बीमार हैं. कुछ ठीक होते हैं अौर फिर बीमार पड़ जाते हैं. सभी पुलिसकर्मियों का हाथ-पैर फूल गया है. सभी को खुजली भी हो गयी है.
मैं खुद एक महीना से बीमार हूं. दवा खाकर ड्यूटी कर रहा हूं. थाना के अगल-बगल नगर निगम द्वारा साफ-सफाई नहीं की जा रही है़ ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी नहीं किया जा रहा है, इस कारण बीमारी फैल रही है़
उर्दू प्राथमिक विद्यालय में चिकनगुनिया के मरीज मिले : उर्दू प्राथमिक विद्यालय, थड़पखना में शुक्रवार को चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया. इसमें 61 मरीजों की जांच की गयी. मरीजों में चिकनगुनिया की जांच भी की गयी. इस दौरान 10 बच्चे चिकनगुनिया से पीड़ित पाये गये. शिविर में डॉ विक्रम सम्राट, डॉ मनीष कांत त्रिपाठी, शैलेंद्र भारद्वाज, सुभाष बेदिया, सुषमा कुमारी व सुनिता ने इलाज किया व नि:शुल्क दवाएं दीं. इस अवसर पर मीर अनवर हुसैन, मोइन अख्तर और मुश्ताक अहमद उपस्थित थे.
इधर, विभाग का दावा : इस वर्ष मलेरिया के मामले कम
स्वास्थ्य विभाग वेक्टर बॉर्न डिजीज (मच्छर से होनेवाले) जैसे मलेरिया, फाइलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, जापानीज इंसेफलाइटिस व कालाजार नियंत्रण के कार्य करता है. इस वर्ष अगस्त माह में रांची के हिंदपीढ़ी व अासपास के इलाके में चिकनगुनिया व डेंगू से कई लोग प्रभावित हुए. पर विभाग का दावा है कि उसके विभिन्न कार्यक्रमों के फलस्वरूप इस वर्ष मलेरिया व कालाजार के मरीजों में गत वर्ष की तुलना में कमी आयी है. वर्ष 2017 में जनवरी से जुलाई माह के बीच मलेरिया से प्रभावित 51109 मरीजों का उपचार किया गया. वहीं, इस बार वर्ष 2018 में जनवरी से जुलाई माह के बीच 29524 मरीजों का इलाज हुआ.
उसी तरह गत वर्ष कालाजार के 843 मरीजों का उपचार किया गया था. वहीं, इस बार इसके 457 मरीज मिले. विभाग का मानना है कि यह उसके विभिन्न कार्यक्रमों का परिणाम है. राज्य भर में करीब 68 लाख कीटनाशी युक्त मच्छरदानी का वितरण कर 1.45 करोड़ लोगों को आच्छादित किया गया है. वहीं, कीटनाशी छिड़काव के माध्यम से 68 लाख आबादी सुरक्षित हुई है.
रिम्स के स्टाफ हॉस्टल में मिला डेंगू का लार्वा : स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शुक्रवार को रिम्स के नर्सिंग हॉस्टल और स्टाफ हॉस्टल के 130 घरों की जांच की. इसमें 30 घरों में डेंगू का लार्वा मिला. वहीं, 390 कंटेनरों की जांच की गयी, जिसमें 80 में डेंगू और चिकनगुनिया का लार्वा मिला.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement