रांची : बाढ़ की विभीषिका से जूझ रहे केरल के लोगों के लिए हर तरफ से मदद के हाथ उठ रहे हैं. प्रभात खबर ने पिछले दिनों बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी. इसमें रांची के लोग बढ़-चढ़ कर आगे आ रहे हैं.
रांची से करीब 2300 किलोमीटर दूर केरल के लोग भले रांची के गांव-कस्बे से परिचित न हों, मगर विपदा की इस घड़ी में यहां के लोग जिस उत्साह से हजारों किलोमीटर दूर लोगों की मदद के लिए अपने-अपने स्तर पर प्रयासरत हैं, वह राष्ट्रीय एकजुटता की मिसाल है.कोकर स्थित सुंदर विहार कॉलोनी के लोगों ने बुधवार को एक समूह बनाकर राहत कोष इकट्ठा करने का एक कार्यक्रम आयोजित किया. इसमें कॉलोनी की महिलाएं, बच्चे, बुजुर्गों ने भी बढ़-चढ़ कर भागीदारी की.
कार्यक्रम के तहत गली-मुहल्ले में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए गुहार लगाने के लिए एक ऑटो को भी रवाना किया गया. इस बारे में वशिष्ट लाल पासवान बताते हैं कि करीब 11000 रुपये की राशि इकट्ठा की गयी, जिसे केरल के मुख्यमंत्री के नाम राहत कोष में जमा की जायेगी. यह राशि भले छोटी है, मगर हमारे हौसले बड़े हैं. तमाम कोकरवासियों ने रांची के लोगों से इस नेक कार्य में सहयोग देने की अपील भी की.कार्यक्रम में वशिष्ट लाल पासवान, अमित चौरसिया, अजय, युवराज पासवान, राजू राम, नंदिनी कुमारी, सूरज पासवान, विनय कुमार बीरेंद्र टोप्पो, मीना देवी, शीला देवी, बुलबुल कुमारी आदि लोगों ने प्रमुखता से भागीदारी की.
* कितना हुआ नुकसान
30 मई से मॉनसूनी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 373 हो गयी है. राज्य के सभी 14 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. बाढ़ के कारण करीब 54.11 लाख प्रभावित हुए हैं और उनमें से 12.47 लाख लोगों ने 5,645 राहत शिविरों में शरण ली है. अब तक राज्य को कुल 21,000 करोड़ का नुकसान हो चुका है.