कांके/रांची: राज्य सरकार द्वारा एसीपी व एमएसीपी का लाभ नहीं दिये जाने के राज्य सरकार के फैसले पर शुक्रवार को बिरसा कृषि विवि के कर्मचारियों ने जमकर हंगामा किया. मुख्यालय में रखे गमले, कुलपति द्वार में लगे शीशे व अन्य सामान तोड़ डाले.
फिर मुख्यालय परिसर में ही धरना पर बैठ गये. कर्मचारियों ने विवि का कामकाज पूरी तरह से ठप करा दिया. कर्मचारियों ने प्रदर्शन भी किय और राज्य सरकार व विवि प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. बताया जाता है कि कृषि एवं गन्ना विकास विभाग के सचिव डॉ नितीन मदन कुलकर्णी विवि में पत्र भेजकर कहा है कि बीएयू कर्मीयों को एमएसीपी योजना का लाभ नहीं दिया जायेगा. इस संबंध में वित विभाग ने कृषि विभाग को अपना परामर्श भेज दिया है.
सचिव ने पत्र में लिखा है कि विवि के कर्मचारी सरकारी कर्मी नहीं हैं. वित विभाग द्वारा एसीपी और एमएसीपी विवि कर्मियों पर लागू नहीं होगा. सचिव ने चेतावनी दी है कि विवि अगर अपने बजट से यह लाभ देती है, तो राज्य सरकार द्वारा भविष्य में कोई अनुदान नहीं दिया जायेगा. सचिव ने इस स्कीम में कर्मचारियों को दी गयी राशि की वसूली करने का भी आदेश दिया है. यह वसूली एक मुश्त या किस्तों में करने को कहा है. इसी बात को लेकर कर्मचारी अपराह्न् तीन बजे मुख्यालय में प्रदर्शन किया और धरना दिया. वार्ता में डॉ पांडेय ने कहा कि सरकार द्वारा मिले आदेश पर विवि प्रशासन पुनर्विचार के लिए सरकार से आग्रह करेगा. आंदोलन का नेतृत्व अभय पाण्डेय, शिव कुमार, अबु सईद, शिशुलाल महतो, कौशल उपाध्याय, अमित कुमार, संतोष लकड़ा, अंतरयामी चौधरी कर रहे थे. अपराह्न् तीन बजे विधायक बिनोद सिंह व कुलपति डॉ एमपी पांडेय की उपस्थिति में कर्मचारियों से वार्ता हुई.