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रांची : कांटाटोली फ्लाइ ओवर विवाद, जिनकी मांग पर बैठक बुलायी, वही नहीं आये
रैयतों की शिकायतें सुनने के लिए बुलायी गयी थी बैठक रांची : कांटाटोली फ्लाइ ओवर निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण पर उपजे विवाद को सुलझाने के लिए शुक्रवार को रांची समाहरणालय भवन के ब्लॉक-बी स्थित कमरा नंबर-505 में बैठक हुई. इसमें कांटाटोली के सभी रैयतों को बुलाया गया था, ताकि उनकी शिकायतों का समाधान किया […]
रैयतों की शिकायतें सुनने के लिए बुलायी गयी थी बैठक
रांची : कांटाटोली फ्लाइ ओवर निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण पर उपजे विवाद को सुलझाने के लिए शुक्रवार को रांची समाहरणालय भवन के ब्लॉक-बी स्थित कमरा नंबर-505 में बैठक हुई. इसमें कांटाटोली के सभी रैयतों को बुलाया गया था, ताकि उनकी शिकायतों का समाधान किया जा सके. हालांकि, गिने-चुने रैयत ही बैठक में पहुंचे. यहां इनकी शिकायतें सुनने के लिए जिला भू-अर्जन कार्यालय व जुडको के अधिकारी मौजूद थे.
बैठक के दौरान किसी रैयत का कहना था की उन्हें यह पता नहीं चल रहा है कि उनकी कितनी जमीन का अधिग्रहण किया गया है. सिर्फ नोटिस में मुआवजा राशि का जिक्र किया गया है.
एक रैयत का कहना था कि हमारी जमीन के बदले कम मुआवजा राशि तय की गयी है. माैके पर उपस्थित अधिकारियों ने कहा कि रैयतों की जो भी समस्याएं हैं, उसे दूर किया जायेगा. भू-अर्जन के अंचल निरीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि जिन लोगों मुआवजा राशि को लेकर आपत्ति है, उनके मामलों की जांच करा ली जायेगी. इस अवसर पर जुडको के संरचना अभियंता एमपी चौधरी, प्रत्यूष सहित अन्य लोग उपस्थित थे.
बैठक से नदारद रहीं पूर्व मेयर : कांटाटोली फ्लाइ ओवर निर्माण के लिए गुरुवार को जब अतिक्रमण हटाया जा रहा था, तो स्थानीय लोगों यहां मानव शृंखला बना कर इसका विरोध किया था. इस विरोध का नेतृत्व पूर्व मेयर रमा खलखो ने किया था.
इससे पहल उन्होंने एडिशनल कलेक्टर अंजनी कुमार मिश्र से मुलाकात कर जिला प्रशासन के अभियान और जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया का विरोध किया था. श्रीमती खलखो और अन्य रैयतों की मांग पर ही एडिशनल कलेक्टर ने शुक्रवार को बैठक बुलायी थी. लेकिन, मजे की बात यह है कि इस बैठक से पूर्व मेयर ही नदारद थीं.
दुकानदार भी नहीं पहुंचे : गुरुवार को जिला प्रशासन के साथ हुई बैठक में रैयतों के साथ कई दुकानदार भी पहुंचे थे. उनका दावा था कि 30-40 वर्षों से वहां पर दुकानदारी कर अपने परिवार का जीविकोपार्जन कर रहे हैं. उनका पुनर्वास नहीं किया गया, तो परिवार सड़क पर आ जायेगा. हालांकि, शुक्रवार को हुई बैठक में दुकानदार भी उपस्थित नहीं थे.
लोगों ने खुद ही गिरायी चहारदीवारी, हटाये अतिक्रमण
कांटाटोली फ्लाइओवर निर्माण के लिए गुरुवार को अतिक्रमण हटाये जाने के दौरान लोगों ने विरोध किया था कि प्रशासन की ओर से जिस तरीके से उनके घरों की चहारदीवारी तोड़ी जा रही है, उससे उनको नुकसान हो रहा है.
इस पर गुरुवार को जिला प्रशासन ने लोगों को 25 मई तक का समय दिया था, ताकि वे अपने अतिक्रमण खुद हटा लें. शुक्रवार कांटाटोली चौक से लेकर बहूबाजार के बीच तक सड़क के किनारे कई लोग खुद ही हथौड़े चलाकर अपने घरों की चहारदीवारी आदि तोड़ते नजर आये.
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