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झारखंड : भारत बंद की रात माओवादियों ने खलारी में फूंका बस, डीजीपी व लातेहार एसपी को सबक सिखाने की दी चेतावनी
धमधमिया पिकेट से 300 मीटर दूर घटना को दिया अंजाम खलारी : भाकपा माओवादियों ने शुक्रवार की देर रात भारत बंद के दौरान खलारी थाना क्षेत्र अंतर्गत धमधमिया बिरसा चौक में एक बस (जेएच02एजे/7583) को फूंक दिया. बस बचरा निवासी संतोष गिरि की थी, जिसे सीसीएल ने अशोक परियोजना के लिए भाड़े पर लिया था. […]
धमधमिया पिकेट से 300 मीटर दूर घटना को दिया अंजाम
खलारी : भाकपा माओवादियों ने शुक्रवार की देर रात भारत बंद के दौरान खलारी थाना क्षेत्र अंतर्गत धमधमिया बिरसा चौक में एक बस (जेएच02एजे/7583) को फूंक दिया. बस बचरा निवासी संतोष गिरि की थी, जिसे सीसीएल ने अशोक परियोजना के लिए भाड़े पर लिया था.
माओवादियों ने इस घटना को धमधमिया पिकेट से लगभग 300 मीटर की दूरी पर अंजाम दिया. इससे पहले शुक्रवार की रात 12.30 बजे प्रति दिन की तरह बस चालक धमधमिया बिरसा चौक में अपनी बस खड़ी कर सोने घर चला गया. यहीं पर दो और बस खड़े थे. रात करीब 1.15 बजे आसपास के लोगों ने धमाके की आवाज सुनी. लोग अपने घरों से बाहर निकले, तो देखा कि बिरसा चौक में खड़ी एक बस जल रही है. बस से आग की तेज लपटें निकल रही थी. धमाका बस के टायर फटने का था.
इधर, घटना की जानकारी मिलने पर ग्रामीणों ने तुरंत खलारी पुलिस को मामले की जानकारी दी. तत्काल ही खलारी डीएसपी पुरुषोत्तम कुमार सिंह व खलारी इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी राजीव रंजन लाल मौके पर पहुंचे और सीसीएल एनके एरिया रेस्क्यू टीम को सूचना दी. जिस बस में आग लगायी गयी थी, उसकी लपटों से बगल में खड़ी बस की सीट में भी आग पकड़ चुकी थी. लेकिन रेस्क्यू टीम के सहयोग से अन्य बसों को जलने से बचा लिया.
पोस्टर साटे, डीजीपी व लातेहार एसपी को सबक सिखाने की चेतावनी दी
बिरसा चौक की चाहरदीवारी पर माओवादियों ने कई पोस्टर भी साटे थे, जिसे पुलिस साथ ले गयी. बताया जा रहा है कि पोस्टर में 4 अप्रैल को लातेहार के हेरहंज में पुलिस द्वारा मुठभेड़ में पांच माओवादियों के मार गिराने की बात को झूठ बताते हुए इसे फर्जी इनकाउंटर बताया गया है.
इसके लिए झारखंड के डीजीपी डीके पांडेय और लातेहार एसपी प्रशांत आनंद को जिम्मेवार बताते हुए सबक सिखाने की चेतावनी के साथ मुर्दाबाद के नारे लिखे थे. पुलिस के खिलाफ बड़ी घटना को अंजाम देने की चेतावनी भी दी गयी है. पोस्टर के माध्यम से माओवादियों ने कहा कि उनके पांच साथियों को पुलिस ने सरेंडर नीति के तहत बुलाया और पहले पेड़ से बांधकर उन्हें पीटा और बाद में गोली मार दी.
इसी तरह के पोस्टर मैक्लुस्कीगंज के हेसालौंग में तथा मैक्लुस्कीगंज सीमा से सटे बालूमाथ थाना क्षेत्र के सीरम भगिया चौक में भी लगाया गया था. कुछ पोस्टर में निवेदक भाकपा माओवादी तथा कुछ में मनोहर जी लिखा था. सभी पोस्टर कंप्यूटर से टाइप किये हुए थे. पोस्टर में ठेकेदार को भी सबक सिखाने की बात लिखी गयी है. इधर, शनिवार को ग्रामीण एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग भी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच की.
मोटरसाइकिल से आये थे माओवादी
जानकारी के अनुसार इस घटना को अंजाम देने चार-पांच माओवादी दो मोटरसाइकिलों पर सवार होकर आये थे. आगजनी से पहले बिरसा चौक में लगी स्ट्रीट लाइट को उन लोगों ने ऑफ कर दिया था. इसके बाद पेट्रोल छिड़क कर बस में आग लगा दी. पुलिस को घटनास्थल से पेट्रोल की एक शीशी भी मिली है.
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