रांची: कोयला चोरी कराने के आरोप में निलंबित दारोगा के पक्ष में एक जूनियर आइपीएस उतर गये हैं. दारोगा को आला अफसर से लेकर सत्ता शीर्ष तक पहुंच रखने वाले तक जान रहे हैं.
आइपीएस इस बात के लिए दवाब बना रहे हैं कि दारोगा की पोस्टिंग उसी थाने में थानेदार के पद पर किया जाये, जहां से उन्हें निलंबित किया गया है. जूनियर आइपीएस के प्रयास से एक आला अफसर भी इस काम में जुट गये हैं. दारोगा जिस जिले में थाना प्रभारी थे, वह राजधानी से सटा जिला है. जो आइपीएस दारोगा की पैरवी कर रहे हैं, वह पहले उस जिले में एसपी थे.
सूत्रों के मुताबिक सरकार से तबादला आदेश जारी होने के बाद उन्होंने बैक डेट से उस दारोगा की पोस्टिंग मलाईदार थाने में प्रभारी के पद पर की थी. जानकारी के मुताबिक कोयला चोरी रोकने के लिए एसपी स्तर से निर्देश देने के बाद भी जब दारोगा ने कोयला चोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की, तब एसपी ने सीनियर अफसरों से छापेमारी करायी. चोरी का कोयला बरामद होने के बाद करीब हफ्ता भर पहले एसपी ने दारोगा को निलंबित कर दिया. निलंबन का आदेश जारी होने के बाद दारोगा हर दिन रांची में ही रह रहे हैं.