रांची: राज्य का सबसे बड़ा अस्पताल रिम्स के आइसीयू में मानकों का ख्याल नहीं रखा जाता. आइसीयू में मरीजों को जो सुविधाएं मिलनी चाहिए, वह नहीं मिल पाती है. सबसे खराब हाल मेडिसिन आइसीयू का है. यहां बेड निर्धारित मानक से ज्यादा रखे गये हैं. हालांकि कई बार रिम्स प्रबंधन यह घोषणा करता रहा है कि आइसीयू को अत्याधुनिक बनाया जायेगा, लेकिन स्थिति जस की तस है.
आइसीयू के मॉनीटर हैं खराब
रिम्स के मेडिसिन आइसीयू में ब्लड प्रेशर, पल्स एवं हार्ट बीट को नियंत्रित करने वाले उपकरण काम नहीं करते हैं. कई बेड ऐसे हैं जिनमें मॉनीटर ही नहीं लगे हैं. जानकारों के अनुसार आइसीयू वातानुकूलित नहीं है. कई मॉनीटर खराब हैं. खिड़कियां पूरी तरह से बंद नहीं होती.
स्वॉब टेस्ट नहीं होता
आइसीयू एवं आइसीसीयू का स्वॉब टेस्ट नहीं होता है. यहां भी मरीज भगवान भरोसे इलाज कराते हैं. नियम है कि महत्वपूर्ण वार्ड का समय-समय पर स्वॉब टेस्ट कराया जाये. सूत्रों के अनुसार ऑपरेशन के बाद मरीज आइसीयू में शिफ्ट होते हैं, लेकिन सही व्यवस्था नहीं होने से संक्रमण फैलने की आशंका रहती है. व्यवस्था ठीक है. कभी-कभी उपकरण खराब हो जाते हैं. आइसीयू को अत्याधुनिक बनाने का प्रयास किया जा रहा है. डॉ एसके चौधरी, अधीक्षक रिम्स