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खूंटी : चार गांवों में अभिभावकों ने नहीं पिलाया बच्चों को पोलियो ड्रॉप, 15 मार्च को पांच गांवों में पत्थलगड़ी की तैयारी
खूंटी : पत्थलगड़ी किये गये गांवों में अब स्वास्थ्य सेवाओं का भी बहिष्कार किया जाने लगा है़ रविवार को पल्स पोलियो अभियान के तहत चार गांवों में अभिभावकों ने बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक नहीं दी़ इसमें मुरहू प्रखंड के उदबुरू, जानुमपीड़ी, केवड़ा गांव का नीचेटोली और खूंटी प्रखंड का पोसेया (भंडरा) गांव शामिल […]
खूंटी : पत्थलगड़ी किये गये गांवों में अब स्वास्थ्य सेवाओं का भी बहिष्कार किया जाने लगा है़ रविवार को पल्स पोलियो अभियान के तहत चार गांवों में अभिभावकों ने बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक नहीं दी़
इसमें मुरहू प्रखंड के उदबुरू, जानुमपीड़ी, केवड़ा गांव का नीचेटोली और खूंटी प्रखंड का पोसेया (भंडरा) गांव शामिल है़ इन गांवों में पल्स पोलियो की खुराक देने के लिए टीम तो गयी, लेकिन कोई भी अभिभावक बच्चों को लेकर बाहर नहीं निकले़
नहीं माने ग्रामीण : ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की गयी, लेकिन किसी ने उनसे बात नहीं की़ खुद सिविल सर्जन और खूंटी पीएचसी प्रभारी पोसेया गांव पहुंचे़ उनसे भी कोई बात करने को तैयार नहीं हुआ़ एक-दो ग्रामीणों ने कहा कि गुरुवार को ग्रामसभा में आकर अपनी बात रखियेगा़ तब तक हमलोग कुछ नहीं कर सकते हैं. बात नहीं बनने पर सिविल सर्जन और स्वास्थ्य विभाग की टीम लौट गयी. सिविल सर्जन के अनुसार, अन्य किसी गांव में इस तरह की समस्या नहीं आयी़
टाउन हॉल में होगा कार्यक्रम : वहीं मौजूदा पत्थलगड़ी की आड़ में संविधान की गलत व्याख्या करनेवाले तत्वों से ग्रामीणों को आगाह करने के लिए 12 मार्च को जनसंवाद कार्यक्रम होगा. जिला प्रशासन की ओर से किसान भवन में आयोजित होनेवाला जनसंवाद कार्यक्रम अब टाउन हॉल में होगा. कार्यक्रम में डीसी सूरज कुमार, एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा सहित खूंटी प्रखंड के ग्राम प्रधान, पंचायत प्रतिनिधि और अन्य लोग शामिल होंगे.
सरकारी सेवा का बहिष्कार : 15 मार्च को पांच गांवों में पत्थलगड़ी की तैयारी
15 मार्च को हड़दलामा, तुबिल, पड़ासु, चलकद और मुचिया गांव में पत्थलगड़ी कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी की जा रही है़ इससे संबंधित पंपलेट और आमंत्रण पत्र लोगों को बांटे जा रहे हैं. पत्थलगड़ी कार्यक्रम के बाद मुचिया गांव में विशेष जनसभा आयोजित की जायेगी.
पत्थलगड़ी के वर्तमान स्वरूप, अफीम की खेती व डायन-बिसाही का विरोध
कर्रा थाने में जुटे 12 पंचायतों के मुखिया व ग्राम प्रधान
कर्रा : पत्थलगड़ी के वर्तमान स्वरूप को कर्रा प्रखंड के 12 पंचायतों के मुखिया, वार्ड सदस्य, ग्राम प्रधान ने असंवैधानिक करार दिया. वहीं डायन-बिसाही जैसी कुप्रथा का विरोध करने का निर्णय लिया गया. अफीम की खेती का भी सबने विरोध करने की बात कही. रविवार को कर्रा थाना परिसर में जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों की बैठक हुई.
थाना प्रभारी उदय कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में हुई बैठक में सबने पत्थलगड़ी के वर्तमान स्वरूप को संविधान विरोधी बताया. जनप्रतिनिधियों ने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि पत्थलगड़ी के नाम पर समाज में फूट डालनेवाले, विकास को बाधित करनेवाले तत्वों से सावधान रहने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि पत्थलगड़ी के नाम पर किसी को गांव में प्रवेश करने से रोकना गलत है.
साथ ही उन्होंने कहा कि कथित ग्रामसभा की आड़ में बच्चों को स्कूल नहीं भेजने, सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं लेने से संबंधित फरमान को भ्रामक बताया.
उन्होंने कहा कि इस प्रकार का दुष्प्रचार करनेवाले लोगों से सख्ती से पेश आयें. साथ ही इसकी सूचना थाना को देने को कहा. जनप्रतिनिधियों ने कहा कि पत्थलगड़ी के बहाने अफीम की खेती की जा रही है.
यह गलत है. अफीम की खेती का विरोध करें. यह स्वास्थ्य और समाज के लिए भी हानिकारक है. ग्रामीणों से सरकारी योजनाओं का लाभ लेने की अपील की गयी. इस मौके पर मुखिया अजय टोप्पो, रंजीता देवी, पुष्पा देवी, पूनम बारला, ज्योति मिंज, विनीता धान, अंजना रानी खलखो, सफिरा कुजूर के अलावा वार्ड सदस्य व ग्राम प्रधान उपस्थित थे.
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