रांची : झारखंड रक्षा शक्ति विवि के दो कोर्स का क्रेज युवाअों के बीच एक ही वर्ष में घट गया है. हालत यह है कि सीट घटाने के बाद भी एक वर्षीय दोनों कोर्स में सीटें नहीं भरी. चालू सत्र 2017-18 के लिए डिप्लोमा इन पुलिस साइंस तथा पीजी डिप्लोमा इन इंडस्ट्रियल सिक्यूरिटी की 30-30 सीटों के विरुद्ध क्रमश: 12 व 13 नामांकन हुए हैं. दरअसल पहले बैच (सत्र 2016-17) के पास आउट विद्यार्थियों का हश्र देख कर युवाअों का रुझान विवि के कोर्स में घट गया.
गौरतलब है कि इन दो कोर्स के अलावा एक अन्य कोर्स सर्टिफिकेट इन पुलिस साइंस में सत्र 2016-17 के लिए 40-40 सीटें थीं. इस तरह एक वर्षीय कोर्स के बाद 120 विद्यार्थी पास अाउट हुए. पर इनमें से किसी को बेहतर रोजगार नहीं मिला. कुछ विद्यार्थियों को चेन्नई ले जाया गया, लेकिन वहां एटीएम सहित अन्य जगहों पर 12-13 हजार रुपये के सुरक्षा गार्ड की नौकरी दी गयी. इससे निराश विद्यार्थी वापस झारखंड लौट आये. इससे पहले इन विद्यार्थियों ने करीब एक लाख रुपये (लड़कियों के मामले में 50-65 हजार) खर्च कर अपनी पढ़ाई पूरी की थी. मीडिया में भी इससे संबंधित खबरें छपी थीं. इसी के बाद से अनुमान लगाया जा रहा है कि नये लड़के-लड़कियों ने विवि के कोर्स के प्रति बहुत उत्साह नहीं दिखाया है.
इधर, इन तीन में से एक सर्टिफिकेट इन पुलिस साइंस का कोर्स अब इस तर्क के साथ बंद कर दिया गया कि विवि में मैट्रिक के आधार पर नामांकन वाले कोर्स नहीं चलने चाहिए. वहीं दो अन्य कोर्स में सीटों की संख्या 40-40 से घटा कर 30-30 कर दी गयी, फिर भी सभी सीटें नहीं भरीं.
चालू सत्र में दोनों कोर्स में नहीं भरी सीटें
विवि की स्थापना का उद्देश्य झारखंड सरकार ने झारखंड रक्षा शक्ति विवि-एक्ट 2016 के तहत इसकी स्थापना की है. विवि के बुकलेट में इसकी स्थापना का उद्देश्य पुलिस व अन्य सुरक्षा बलों की मांग पूरी करना बताया गया है. वहीं, राज्य व केंद्रीय पुलिस, सेना व अन्य निजी सुरक्षा सेवाअों में युवाअों का कैरियर बनाने के लिए इसकी स्थापना की गयी है. माना गया है कि यह विवि आतंकवाद, आर्थिक अपराध, साइबर अपराध, दूरसंचार संबंधी अपराध तथा फॉरेंसिक साइंस में विशेषज्ञों की बढ़ती मांग जैसी चुनौतियों से निबटने में सहायक होगा.
विवि में संचालित कोर्स तथा कुल सीटें
बीएससी इन कंप्यूटर एजुकेशन एंड साइबर सिक्यूरिटी (तीन वर्षीय) : 40 सीट
बीएससी इन फॉरेंसिक साइंस (तीन वर्षीय) : 40 सीट
डिप्लोमा इन पुलिस साइंस (एक वर्षीय) : 40 सीट (अब 30 सीट)
पीजी डिप्लोमा इन इंडस्ट्रियल सिक्यूरिटी (एक वर्षीय) : 40 सीट (अब 30 सीट)
एक कोर्स हुअा बंद (सत्र 2017-18 से)
सर्टिफिकेट इन पुलिस साइंस (एक वर्षीय) : 40 सीट
एक कोर्स नया शुरू (सत्र 2017-18 से)
मास्टर इन क्रिमिनोलोजी (दो वर्षीय) : 20 सीट (सब पर हुए नामांकन)