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अनुबंध पर नियुक्त शिक्षकों को कॉलेजों में योगदान नहीं करने दे रहे हैं प्राचार्य

रांची : रांची विवि में अनुबंध पर नियुक्त वैसे अभ्यर्थी अब परेशान हैं, जिन्हें संबंधित विषय का विभाग नहीं रहने या विद्यार्थी के नहीं रहने से योगदान करने नहीं दिया जा रहा है. विवि द्वारा जारी अधिसूचना के आलोक में अभ्यर्थी संबंधित कॉलेज में योगदान करने पहुंच रहे हैं, लेकिन प्राचार्य योगदान नहीं करने दे […]

रांची : रांची विवि में अनुबंध पर नियुक्त वैसे अभ्यर्थी अब परेशान हैं, जिन्हें संबंधित विषय का विभाग नहीं रहने या विद्यार्थी के नहीं रहने से योगदान करने नहीं दिया जा रहा है. विवि द्वारा जारी अधिसूचना के आलोक में अभ्यर्थी संबंधित कॉलेज में योगदान करने पहुंच रहे हैं, लेकिन प्राचार्य योगदान नहीं करने दे रहे हैं. लिहाजा, परेशान अभ्यर्थी विवि मुख्यालय पहुंच कर कुलपति व रजिस्ट्रार के पास गुहार लगा रहे हैं. कुलपति के आदेश पर रजिस्ट्रार वैसे अभ्यर्थियों से लिखित रूप से योगदान नहीं करने का कारण सहित आवेदन जमा करा रहे हैं.
बैरंग वापस भेज दे रहे हैं अभ्यर्थियों को
गौरतलब है कि विवि अंतर्गत ग्रामीण इलाके के कॉलेजों में सेकेंड शिफ्ट में पढ़ाई नहीं हो रही है. ऐसे में वहां के कॉलेज प्राचार्य भी चयनित अभ्यर्थियों को योगदान नहीं करने दे रहे हैं.
शहर के भी कई कॉलेज में संबंधित विभाग के नहीं रहने व विषय में विद्यार्थी नहीं रहने की स्थिति में प्राचार्य अभ्यर्थियों को बैरंग वापस भेज दे रहे हैं. बुधवार को ऐसे कई अभ्यर्थियों ने विवि में आवेदन जमा किया है. विवि के रजिस्ट्रार डॉ अमर कुमार चौधरी ने स्पष्ट किया है कि ऐसे कई अभ्यर्थी (अनुबंध पर नियुक्त शिक्षक) विवि मुख्यालय आये हैं, जिन्हें योगदान नहीं करने दिया गया है. विवि वैसे अभ्यर्थियों से आवेदन प्राप्त कर रहा है. शीघ्र ही सभी कॉलेजों के प्राचार्यों की बैठक बुलायी जायेगी. जिसमें वस्तुस्थिति की जानकारी ली जायेगी.
यह नियुक्ति राज्यपाल व राज्य सरकार के दिशा-निर्देश पर हुई है. ऐसे में विवि चयनित अभ्यर्थियों के साथ न्याय करेगा. जिन कॉलेजों में अधिक विद्यार्थी होंगे, उन जगहों पर भी ऐसे अभ्यर्थियों को शिफ्ट कर दिया जायेगा. जहां तक मानदेय के भुगतान का सवाल है, तो सरकार भी राशि दे रही है. संबंधित कॉलेज में भी इसके लिए राशि उपलब्ध है.
जिन कॉलेजों में विभाग नहीं हैं, वहां चयनित अभ्यर्थी विभाग खोलने की दिशा में प्रयास करेंगे. जहां विद्यार्थी नहीं हैं, वहां चयनित अभ्यर्थी जायेंगे, तो विद्यार्थी भी आयेंगे. रजिस्ट्रार ने कहा कि कॉलेज इन अभ्यर्थियों से सब्सिडियरी विषय की पढ़ाई में उपयोग कर सकते हैं. हालांकि प्राचार्यों की बैठक में मामले का निबटारा कर लिया जायेगा.

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