रांची : अडाणी पावर लिमिटेड को मंगलवार को पहले चरण में 174.84 एकड़ भूमि हस्तांतरित की गयी. मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने संक्षिप्त कार्यक्रम में अडाणी पावर लिमिटेड के सीइओ राजेश झा को 174.84 एकड़ भूमि का प्रपत्र सौंपा. कहा कि अडाणी पावर लिमिटेड द्वारा प्रस्तावित 1600 मेगावाट के पावर प्लांट की स्थापना से न केवल गोड्डा का विकास होगा बल्कि पूरे झारखंड को 400 मेगावाट बिजली भी मिलेगी. उन्होंने टीम झारखंड को बधाई देते हुए कहा कि मात्र दस महीने में कठिन परिश्रम कर 970 एकड़ भूमि के विरुद्ध 174.84 एकड़ भूमि का अधिग्रहण कर हस्तांतरण की प्रक्रिया आज पूरी की गई है.
इस पावर प्लांट से जहां 10,000 लोगों को रोजगार मिलेगा वहीं 15,000 करोड़ रुपये का निवेश प्रथम चरण में किया जायेगा. बाकी भूमि को अधिग्रहित करने की प्रक्रिया जल्द ही पूरी की जायेगी.
श्री झा ने कहा कि प्रदूषण से शत प्रतिशत मुक्त विश्व का ऐसा पावर प्लांट होगा, जहां किसी भी तरह पर्यावरण की क्षति नहीं होगी. स्थानीय रैयतों की इच्छा के अनुरूप ही भूमि का अधिग्रहण निहित प्रावधानों के अनुसार किया गया है तथा गोड्डा के लोगों में इस प्रोजेक्ट को लेकर उत्साह है. उन्होंने झारखंड की ऊर्जा नीति को देश की बेहतर ऊर्जा नीति बतायी. कहा कि मोमेंटम झारखंड के बाद अब मोमेंटम गोड्डा हो रहा है. स्थानीय प्रशासन द्वारा पूरा सहयोग किया जा रहा है. उम्मीद जतायी कि बहुत जल्द ही गोड्डा ग्लोबल मैप पर आयेगा. श्री झा ने कहा कि कुल उत्पादन का 25 फीसदी यानी 400 मेगावाट बिजली झारखंड को दी जायेगी. भूमि हस्तांतरित होते ही पावर प्लांट का निर्माण आरंभ हो जायेगा अौर 2021 में उत्पादन शुरू हो जायेगा.
भारत और बांग्लादेश के पीएम का समय मिलते ही शिलान्यास
सीएस ने बताया कि प्लांट के शिलान्यास के लिए सीएम द्वारा भारत और बांग्लादेश के प्रधानमंत्री से समय मांगा गया है. एक ही तिथि पर समय मिलते ही शिलान्यास किया जायेगा. गोड्डा डीसी भुवनेश प्रताप सिंह ने कहा कि भूमि अधिग्रहण का कार्य पांच-छह माह में पूरा किया गया है तथा पांच-छह दिनों में करीब 54 करोड़ रुपये का वितरण रैयतों के बीच किया गया है. मौके पर भू–राजस्व एवं निबंधन विभाग सचिव केके सोन, अडाणी पावर के अमृतांशु प्रसाद व अन्य उपस्थित थे.